Agra News : आगरा ही नहीं पूरे देश में पर्यटन सीजन शुरू हो चुका है, पर्यटन सीजन शुरू होने के साथ ही आगरा पुलिस, ट्रेफिक पुलिस एवं ताज सुरक्षा पुलिस के साथ साथ पर्यटन पुलिस पर भी लोड अधिक हो गया है। उधर, पर्यटकों के साथ ठगी एवं धोखाधड़ी के मामले भी आगरा के पर्यटन उद्योग पर बट्टा लगाने का काम कर रहे हैं। उधर, अभी तक आगरा में 2023 की अपेक्षा 2024 में विदेशी पर्यटक कम दिखाई दे रहे हैं। पर्यटन उद्यमियों को मानना है कि इस बार पर्यटक दक्षिण की तरफ रुख़ कर रहा है, तो वहीं पर्यटकों के साथ होने वाली ठगी और धोखाधड़ी कहीं ना कहीं विदेशी पर्यटकों को आहत करती है और भारत की छवि को ख़राब करती हैं। यही कारण है कि विदेशी पर्यटकों की संख्या इस बार कम दिखाई दे रही है।
आगरा में कई पुरातत्व स्मारकें हैं
वैश्विक पर्यटन नगरी में ताज के दीदार के लिए दुनियां भर से लोग आगरा पहुंचते हैं। आगरा सहित पूरे भारत में ठण्ड शुरू हो चुकी हैं, सर्दियां शुरू होने के साथ ही आगरा में टूरिज्म सीजन की शुरुआत भी हो गई है। अभी तक आगरा में विदेशी सैलानी बेहद कम दिखाई दे रहे हैं, लेकिन देसी सैलानियों की कसर को देशी पर्यटकों की बढ़ती संख्या पर्यटक उद्यमियों को राहत देती दिखाई दे रही है। आगरा में पर्यटन को बड़ावा देने को लेकर यूपी टाइम्स को होटल एंड रेस्टोरेंट ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश वाधवा ने बताया कि आगरा में कई पुरातत्व स्मारकें हैं, इसके साथ ही आगरा ऐतिहासिक शहर रहा है। यहां पर कई ऐतिहासिक एवं पर्यटक स्थल ऐसे हैं जो गुमनामी के अंधेरे में खो चुके हैं। अगर केंद्र और राज्य सरकार के साथ-साथ पुरातत्व विभाग इन सभी स्थलों को बढ़ावा दे एवं उनका प्रचार प्रसार सही तरीके से करें तो निश्चित तौर पर आगरा के पर्यटन उद्योग को पंख लगेंगे।
होटल एंड रेस्टोरेंट ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश वाधवा ने कहा कि आगरा में ताज महल के अलावा आगरा किला, फतेहपुर सीकरी भी प्रमुख स्थल है। इनका भी सरकार को प्रचार प्रसार करना चाहिए जिससे विदेशी सैलानी यहां पर और अधिक समय गुज़ार सकें। रमेश वाधवा कहते हैं कि आगरा प्राचीन नगर है, यह धरोहरों का शहर है। यहां पर बटेश्वर में श्रंखलाबद्ध शिव मंदिर हैं तो वहीं शहर को चारों ओर से हजारों वर्ष पुराने मंदिरों में घेरा हुआ है। सरकार को चाहिए कि इन मंदिरों एवं इनके ऐतिहासिक महत्व का पर्यटकों तक इनकी जानकारी उपलब्ध कराए। अगर राज्य सरकार एवं केंद्र इन मंदिरों को वैश्विक पटल पर प्रचार - प्रसार करेगी तो निश्चित तौर पर विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा।
ठगी एवं लपका गीरी की घटनाओं में काफी कमी देखने को मिली
रमेश वाधवा ने बताया कि आगरा में पहले लपका गीरी बहुत हुआ करती थी, यही नहीं अतिक्रमण और ट्रैफिक के साथ साथ सैलानियों के साथ होने वाली ठगी की वारदातें पर्यटकों को आहत करती हैं, ऐसी घटनाएं आगरा ही नहीं बल्कि भारत की छवि पर बट्टा भी लगती हैं। रमेश वाधवा आगे कहते हैं कि आगरा पुलिस कमिश्नरी बनने के बाद पर्यटकों के साथ ठगी एवं लपका गीरी की घटनाओं में काफी कमी देखने को मिली है। रमेश वाधवा कहते हैं ताज सुरक्षा के एसीपी सैयद अरीब अहमद ने ताज महल एवं उसके आसपास में होने वाली आपराधिक घटनाओं, लपकागीरी, अवैध अतिक्रमण एवं धोखाधड़ी की वारदातों में अतिश्योक्ति रूप से कमी लाई है। उन्होंने कहा कि ताजमहल के आसपास सबसे अधिक लपका गीरी का आतंक था जो लगभग ख़त्म हो चुका है।
उन्होंने कहा कि इस बार विदेशी पर्यटकों की संख्या में बेहद कमी दिखाई दे रही है, लेकिन इसके साथ ही विदेशी पर्यटकों की इस कमी को देसी पर्यटकों ने पूरा करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि जब तक यहां की सरकार है यह जानने का प्रयास नहीं करेंगे कि आखिर विदेशी पर्यटकों की संख्या में कमी क्यों आई है तब तक विदेशी सैलानियों की संख्या बढ़ना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि आगरा भगवान श्री कृष्ण से जुड़ा हुआ शहर है, अगर प्रभु श्रीकृष्ण से जुड़े हुए स्थलों को सरकार जोड़ने का काम करती है तो आगरा को पर्यटन बूम मिलने की शत प्रतिशत उम्मीद है।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्यसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए बताया कि ताजमहल के मुख्य मकबरे की छत से सितंबर में पानी की बूंदें गिरीं। उत्तर प्रदेश के... और पढ़ें