इस दिवाली आगरा नगर निगम ने एक अनोखी पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य लोगों को घर पर रखे बेकार सामान को फेंकने के बजाय उसे सही तरीके से उपयोग में लाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
आगरा नगर निगम का अनूठा अभियान : पुराने कपड़े, जूते और खिलौनों के बदले मिलेगा दिवाली सजावट का सामान
Oct 27, 2024 18:35
Oct 27, 2024 18:35
अभियान का उद्देश्य और प्रक्रिया
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया कि "स्वच्छ दिवाली, सुंदर दिवाली" अभियान का मुख्य उद्देश्य पुराने और अनुपयोगी वस्त्रों और अन्य चीजों को पुनः उपयोग करना है। इस पहल के तहत नगर निगम द्वारा कबाड़ की गई वस्तुओं को संग्रहित किया जाएगा और उनके अनुसार छांट कर पुनर्चक्रण केंद्रों में भेजा जाएगा। इस प्रक्रिया में पुराने कपड़े, प्लास्टिक सामग्री, टूटा-फूटा फर्नीचर, ई-कचरा और अन्य अनुपयोगी सामान को अलग-अलग करके प्रत्येक जोन में बनाए गए केंद्रों पर रखा जाएगा। जो सामग्री पुनः उपयोग योग्य होगी, उसे रिसाइकिल करके नए उपयोग के लिए तैयार किया जाएगा और जो सामग्री उपयोग योग्य नहीं होगी, उसे आगरा के कुबेरपुर स्थित लैंडफिल साइट पर भेजा जाएगा। इसके लिए नगर निगम ने रिसाइक्लिंग कंपनियों के साथ करार भी किया है ताकि उचित प्रक्रिया के तहत सभी सामग्रियों का निपटान किया जा सके।
महिलाओं का योगदान और सजावटी उत्पाद निर्माण
नगर निगम के आरआरआर (रीड्यूस, रीयूज, रीसायकल) केंद्र पर स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 20 महिलाओं को इस अभियान में विशेष रूप से सजावटी सामान बनाने के काम में लगाया गया है। आरआरआर सेंटर की संचालिका रेखा गुप्ता ने बताया कि पुराने कपड़ों से बेहतरीन डिज़ाइन वाले बैग बनाए जा रहे हैं, मंदिरों से प्राप्त फूलों का उपयोग कर पर्यावरण-अनुकूल धूपबत्तियाँ तैयार की जा रही हैं, और पुराने दीपकों को रंग-बिरंगा कर आकर्षक रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। इसके अलावा, महिलाएं प्लास्टिक सामग्री का भी उपयोग कर ‘शुभ लाभ’, ‘शुभ दिवाली’ और तोरण जैसे सुंदर सजावटी उत्पाद बना रही हैं। इन महिलाओं का यह योगदान न केवल उनके आजीविका के साधन को मजबूत कर रहा है, बल्कि यह समाज में पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दे रहा है।
अभियान की विशेषताएं और नगर निगम की भूमिका
इस अभियान के तहत आगरा नगर निगम का उद्देश्य है कि दिवाली के त्योहार को न केवल स्वच्छ बनाया जाए बल्कि सुंदरता का भी संदेश दिया जाए। यह पहल लोगों को जागरूक करने का एक प्रयास है ताकि वे अपने घरों में रखे अनुपयोगी सामान को उपयोगी तरीके से बदल सकें। "स्वच्छ दिवाली, सुंदर दिवाली" अभियान से पर्यावरण संरक्षण का भी उद्देश्य जुड़ा है, क्योंकि इसके तहत एकत्र किए गए अनुपयोगी सामानों को रिसाइकिल कर पर्यावरण में कचरे की मात्रा को कम करने का प्रयास किया जा रहा है।
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