मथुरा जिले के जैंत थाना क्षेत्र में शुक्रवार को गायों के कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया। करीब 40 गायों के अवशेष देखकर ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और मथुरा-वृंदावन रोड पर कंकाल रखकर धरने पर बैठ गए।
मथुरा में 40 गायों के कंकाल मिलने पर बवाल : प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज, ग्रामीण बोले- आंखें निकाली, चमड़ी खींच ली...
Dec 13, 2024 16:53
Dec 13, 2024 16:53
जंगल में मिले गायों के अवशेष
जैंत थाना क्षेत्र में मथुरा-वृंदावन रोड के पास स्थित जंगल में शुक्रवार सुबह कुछ ग्रामीणों को करीब 40 गायों के कंकाल मिले। यह इलाका पांच गोशालाओं के नजदीक है। कंकाल देखने के बाद ग्रामीणों ने आसपास के गांवों में सूचना दी। लोग घटनास्थल पर पहुंचे और आक्रोशित होकर गायों के कंकाल को ट्रैक्टर पर लादकर मथुरा-वृंदावन हाईवे पर ले आए।
गांव वालों का प्रदर्शन और जाम
ग्रामीणों ने मथुरा-वृंदावन हाईवे पर प्रदर्शन शुरू कर दिया और गाड़ियों की आवाजाही रोक दी। उन्होंने गायों के साथ हुई इस क्रूरता के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन के दौरान हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता भी पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे।
पुलिस की कोशिश और लाठीचार्ज
सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की कि कंकाल पुलिस को सौंप दिए जाएं ताकि पोस्टमॉर्टम किया जा सके। हालांकि, प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे और आत्मदाह की चेतावनी तक दे डाली। स्थिति गंभीर होती देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया। इसमें 4-5 लोग घायल हो गए। पुलिस ने अंततः गायों के अवशेष अपने कब्जे में लिए और उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
गायों की दुर्दशा पर ग्रामीणों का आक्रोश
ग्रामीणों और प्रदर्शनकारियों ने गोशालाओं की लापरवाही पर सवाल उठाए। स्वामी बृजानंद सरस्वती ने कहा कि अगर गोशालाएं गायों की देखभाल नहीं कर सकतीं, तो उन्हें सरकार को सौंप देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इन गायों की चमड़ी और आंखें निकाल ली गई थीं। प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम पर भी लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना था कि गोशालाओं के संचालन में मेयर और नगर निगम का कोई ठोस योगदान नहीं है।
जुमे की नमाज के दौरान तनाव बढ़ा
घटना शुक्रवार को हुई, जब मस्जिदों में नमाज के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे। ऐसे में माहौल और संवेदनशील हो गया था। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया।
गोशालाओं की जांच की मांग
ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने गोशालाओं की जांच की मांग की है। उनका कहना है कि अगर गोशालाओं में सही ढंग से गो-पालन नहीं हो रहा है, तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
निगम और प्रशासन पर सवाल
स्थानीय लोगों ने नगर निगम और प्रशासन पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि गायों की इस दुर्दशा को रोकने के लिए पहले से कोई कदम क्यों नहीं उठाए गए। लोगों ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।पुलिस ने गायों के अवशेष पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए हैं और मामले की जांच कर रही है। प्रशासन ने भरोसा दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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