मकर संक्रांति के पावन पर्व पर वृंदावन में भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही यमुना के किनारे भक्तों ने आस्था का प्रदर्शन किया और कड़कड़ाती ठंड में यमुना में स्नान किया...
Mathura News : मकर संक्रांति पर भक्तों ने यमुना में लगाई डुबकी, भगवान सूर्य को दिया अर्घ्य
Jan 14, 2025 14:34
Jan 14, 2025 14:34
मकर संक्रांति पर सूर्यदेव का उत्तरायण में होता है प्रवेश
मकर संक्रांति का पर्व हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है। यह त्योहार हर साल पौष माह में मनाया जाता है, लेकिन इस बार यह त्योहार पौष माह के अंत के बाद मनाया जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस दिन सूर्यदेव धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, जो मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इस दिन सूर्यदेव का उत्तरायण में प्रवेश होता है, जिससे इसे उत्तरायण पर्व भी कहा जाता है। मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और सूर्यदेव की विशेष पूजा का भी महत्व है।
सूर्यदेव की पूजा से दूर होते हैं कष्ट
मकर संक्रांति के दिन भक्तों का मानना है कि सूर्यदेव की पूजा से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और भाग्य में सुधार होता है। इस दिन श्रद्धालु अपनी आस्थाओं को प्रकट करते हुए न केवल सूर्यदेव की पूजा करते हैं, बल्कि पुण्य प्राप्ति के लिए दान भी करते हैं। इसके अलावा, इस दिन गंगा स्नान करने का भी महत्व बताया जाता है, जिससे शरीर और आत्मा दोनों शुद्ध हो जाते हैं।
हजारों भक्तों ने लगाई डुबकी
मंगलवार को मकर संक्रांति के अवसर पर हजारों भक्तों ने ठंडी सुबह में यमुना के किनारे पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई। इसके बाद उन्होंने सूर्यदेव से अपनी दुखों का निवारण करने की प्रार्थना की और यमुना जल से उन्हें अर्घ्य अर्पित किया। साथ ही, भक्तों ने वृंदावन की पंचकोसी परिक्रमा की और मंदिरों में दर्शन कर दान-पुण्य किया, जिससे इस दिन की धार्मिक महत्ता और भी बढ़ गई।
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