अलीगढ़ में  8 साल की मासूम बच्ची खेलते - खेलते हुई मौत : हार्ट अटैक की आशंका, परिवार में शोक की लहर

 हार्ट अटैक की आशंका, परिवार में शोक की लहर
UPT | आठ साल की दीक्षा की असमय मौत

Dec 01, 2024 12:08

अलीगढ़ जिले के छर्रा थाना क्षेत्र के लोधी नगर में एक दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। आठ साल की खेलते खेलते दम तोड़ दिया।

Dec 01, 2024 12:08

Short Highlights
  • अस्पताल में डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
  • पिछले दिनों भी अलीगढ़ में सामने आए ऐसे मामले
  • बच्चों और युवाओं में बढ़ते हृदय रोगों को लेकर सतर्क होने की जरूरत
Aligarh news : अलीगढ़ जिले के छर्रा थाना क्षेत्र के लोधी नगर में एक दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। शनिवार शाम को आठ साल की दीक्षा, जो अपने घर के आंगन में अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी, अचानक बेहोश होकर गिर पड़ी। बच्ची के सीने में तेज दर्द हुआ और तबीयत बिगड़ने लगी। परिजनों ने शुरुआत में इसे सांप के काटने का मामला समझा और तत्काल आसपास के बायगीरों को बुलाया। झाड़-फूंक का प्रयास किया गया, लेकिन बच्ची की गंभीर हालत देखकर बायगीरों ने तुरंत अस्पताल ले जाने की सलाह दी।

अस्पताल में डॉक्टरों ने किया मृत घोषित

परिजन आनन-फानन में दीक्षा को एक निजी अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों का प्रारंभिक अनुमान है कि बच्ची की मौत हार्ट अटैक से हुई । इस घटना से परिवार और पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।


पिछले दिनों भी अलीगढ़ में सामने आए ऐसे मामले

यह घटना कोई अकेली नहीं है। अलीगढ़ और उसके आसपास के क्षेत्रों में हाल के दिनों में बच्चों और युवाओं की अचानक हार्ट अटैक से मौत के कई मामले सामने आए हैं।  कुछ दिन पहले खैर में दौड़ते समय एक लड़की की मौत हो गई थी।  इसी क्षेत्र में ही एक बालक की दौड़ लगाते समय हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। खैर के अर्राना गांव की ममता, जो यूपी पुलिस में सिपाही भर्ती की तैयारी कर रही थी, 23 नवंबर को दौड़ते समय हार्ट अटैक का शिकार हो गई। ममता ने भर्ती परीक्षा पास कर ली थी और फिजिकल टेस्ट की तैयारी में जुटी थी।


बच्चों और युवाओं में बढ़ते हृदय रोगों को लेकर सतर्क होने की जरूरत

विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों और युवाओं में हार्ट अटैक की घटनाएं बढ़ना बेहद चिंताजनक है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। असंतुलित खानपान, फास्ट फूड का बढ़ता सेवन, और शारीरिक गतिविधियों की कमी की वजह से हो सकता है। पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और अन्य सामाजिक दबाव युवाओं पर तनाव बढ़ा रहे हैं।   कोरोना महामारी के बाद से हृदय रोगों और कार्डियक समस्याओं के मामलों में वृद्धि देखी गई है।  बच्चों और युवाओं के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण की कमी भी एक बड़ा कारण है।  बच्चों और युवाओं में बढ़ते हृदय रोगों को लेकर सतर्क होने की जरूरत है।
 

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