Aligarh News : AMU के डॉक्टरों ने भोजन नली के कैंसर का सफल एडवांस ऑपरेशन किया, मरीज को मिला नया जीवन

AMU के डॉक्टरों ने भोजन नली के कैंसर का सफल एडवांस ऑपरेशन किया, मरीज को मिला नया जीवन
UPT | डॉक्टरों की टीम ने मरीज की सफलतापूर्वक सर्जरी को अंजाम दिया

Dec 07, 2024 20:07

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। डाक्टरों ने भोजन नली के कैंसर की सफलतापूर्वक कर मरीज को नया जीवन दिया है।

Dec 07, 2024 20:07

Short Highlights
  • बिना बड़ा चीरा लगाए सर्जरी को दिया अंजाम
  • सफल सर्जरी ने मरीज को दी नई जिंदगी 
  • दिल्ली जैसे बड़े शहरों में होती है इस तरह की सर्जरी 
Aligarh News : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यहां के डॉक्टरों ने भोजन नली (इसोफेगस) के कैंसर से पीड़ित एक मरीज का पहली बार एडवांस सर्जरी करते हुए थोरोस्कोपिक इसोफेगेक्टॉमी (मिनिमली इनवेसिव सर्जरी) सफलतापूर्वक पूरी की। यह सर्जरी एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया मानी जाती है, जिसे भारत के कुछ ही चुनिंदा अस्पतालों में किया जाता है। इस सफलता ने न केवल एएमयू के चिकित्सा विभाग को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया है, बल्कि क्षेत्र के मरीजों के लिए भी बड़ी राहत प्रदान की है।

बिना बड़ा चीरा लगाए सर्जरी को दिया अंजाम
मरीज कई महीनों से भोजन निगलने में असमर्थ था और जेएनएमसी की ओपीडी में संपर्क किया। जांच के दौरान पता चला कि वह भोजन नली के कैंसर से पीड़ित है। विशेषज्ञ डॉक्टरों ने उसे तत्काल सर्जरी कराने की सलाह दी ।  इस चुनौतीपूर्ण सर्जरी को विशेषज्ञों की एक टीम ने अंजाम दिया। इसमें प्रोफेसर अफजल अनीस, डॉ. मेराज अहमद (सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट) और एनेस्थीसिया टीम के प्रमुख डॉ. एस. कामरान हबीब शामिल थे। सर्जरी में आधुनिक उपकरणों का उपयोग कर मरीज की छाती में छोटे-छोटे छिद्र बनाकर कैंसर को हटा दिया गया, जिससे बड़े चीरे की आवश्यकता नहीं पड़ी।

सफल सर्जरी ने मरीज को दी नई जिंदगी 
सर्जरी के बाद मरीज ने तेजी से स्वस्थ होकर सामान्य रूप से भोजन करना शुरू कर दिया है। उसे जेएनएमसी से संतोषजनक स्थिति में छुट्टी दे दी गई है। इस सफलता ने मरीज को एक नई जिंदगी दी है और चिकित्सा जगत में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

दिल्ली जैसे बड़े शहरों में होती है इस तरह की सर्जरी 
डॉ. मेराज अहमद ने कहा कि भोजन नली के कैंसर की सर्जरी विशेष रूप से मिनिमली इनवेसिव तकनीक के जरिए बेहद चुनौतीपूर्ण होती है। यह गर्व की बात है कि अब ऐसी अत्याधुनिक सर्जरी एएमयू में शुरू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में बड़े चीरे की आवश्यकता नहीं होती, जिससे मरीज की रिकवरी जल्दी होती है ।  प्रो. अफजल अनीस ने इस उपलब्धि पर अपनी टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह एएमयू के सर्जरी विभाग के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण है। पहले ऐसे मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली जैसे बड़े शहरों में जाना पड़ता था, जिससे न केवल असुविधा होती थी बल्कि खर्च भी अधिक होता था। अब यह सर्जरी जेएनएमसी में किफायती दरों पर उपलब्ध है।

जेएनएमसी में पहली बार हुई इस तरह की सर्जरी  
जेएनएमसी की प्रिंसिपल और फैकल्टी ऑफ मेडिसिन की डीन प्रोफेसर वीना माहेश्वरी, ने इस सफलता पर टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सर्जरी दिखाती है कि कैसे तकनीकी प्रगति और विशेषज्ञता बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर सकती हैं । यह उपलब्धि न केवल एएमयू बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।  जेएनएमसी में पहली बार हुई इस सर्जरी ने न केवल एएमयू के चिकित्सा विभाग को नई ऊंचाई दी है, बल्कि मरीजों को कम खर्च में अत्याधुनिक इलाज उपलब्ध कराने का मार्ग भी प्रशस्त किया है। इस सफलता ने क्षेत्रीय चिकित्सा सुविधाओं के महत्व को एक बार फिर साबित कर दिया है।

मरीजों के लिए राहत और उम्मीद
यह सर्जरी क्षेत्र के उन मरीजों के लिए बड़ी राहत है, जिन्हें ऐसे गंभीर मामलों में इलाज के लिए बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था। एएमयू के इस कदम ने साबित कर दिया है कि उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं अब स्थानीय स्तर पर भी उपलब्ध हैं।

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