प्रॉपर्टी डीलिंग के विवाद में एक प्रॉपर्टी डीलर शैलेश चौहान की दम घोंटकर हत्या कर दी गई और हत्या को सड़क दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की गई ।
अलीगढ़ में प्रॉपर्टी डीलर की दम घोंटकर की गई हत्या : एक्सीडेंट का रूप देने की साजिश नाकाम
Dec 21, 2024 18:34
Dec 21, 2024 18:34
- हत्या कर एक्सीडेंट का रुप देने की कोशिश की गई
- एएमयू के फोरंंसिक साइस विभाग से ली मदद
कैसे हुआ मामला उजागर
शुरुआत में, शैलेश चौहान की मौत को एक सड़क दुर्घटना के रूप में दर्ज किया गया। उनके भाई धर्मेंद्र सिंह ने शिकायत की थी, जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम और बिसरा परीक्षण कराया गया। रिपोर्ट में किसी रासायनिक विष का पता नहीं चला, लेकिन मौत की परिस्थितियां संदिग्ध पाई गईं। धर्मेंद्र सिंह ने शपथ पत्र के माध्यम से आरोप लगाया कि शैलेश चौहान और हरिकेश यादव प्रॉपर्टी डीलिंग में साझेदार थे। एक जमीन बेचने के मामले में डॉक्टर नागेंद्र शर्मा से 67,73,000 रुपये शैलेश के बैंक खाते में आए थे। यह राशि बाद में हरिकेश यादव ने निकाल ली और खुद हड़प ली । इसके बाद शैलेश की हत्या कर उसे सड़क दुर्घटना का रूप दे दिया गया।
पुलिस जांच और विशेषज्ञ की रिपोर्ट
एसएसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी का गठन किया और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर कलीम खान की मदद ली। डॉ. खान ने पुलिस द्वारा भेजे गए सबूतों, केस डायरी और वीडियो का विश्लेषण किया। उन्होंने बताया कि शैलेश की मौत दम घुटने से हुई है, हालांकि इसे कैसे अंजाम दिया गया, यह स्पष्ट नहीं हो सका। डॉ. कलीम खान की राय के बाद, पुलिस ने पुष्टि की कि शैलेश की हत्या कर शव को दुर्घटनास्थल पर रखा गया। इसके बाद, पुलिस ने हत्या की धारा जोड़ते हुए जांच को नए सिरे से शुरू किया।
आरोपी गिरफ्तार
जांच में हरिकेश यादव का नाम मुख्य संदिग्ध के रूप में सामने आया। थाना हरदुआगंज पुलिस ने शनिवार को कासिमपुर रोड के पास बैरमगढ़ी बंबा से हरिकेश को गिरफ्तार कर लिया। डॉ. नागेंद्र शर्मा ने भी पैसे हड़पने के मामले में सात जुलाई 2023 को थाना सिविल लाइन में तीन लोगों डॉ. आशुतोष मिश्रा, संजय और शैलेश चौहान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में भी हरिकेश यादव का नाम सामने आया था, जिसे पहले गिरफ्तार जेल भेजा गया था। एसपी सिटी ने बताया कि जांच अभी जारी है और अन्य पहलुओं की भी गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि प्रॉपर्टी के पैसे के लेनदेन के चलते यह हत्या की गई और इसे सड़क दुर्घटना का रूप देकर मामले को दबाने की कोशिश की गई।