अलीगढ़ जिले के अतरौली क्षेत्र में किसानों को डीएपी खाद की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। किसान सर्द रात में सोसाइटी पर कंबल, रजाई लेकर डीएपी मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
Aligarh News : डीएपी खाद की किल्लत से परेशान किसानों ने रातभर सोसाइटी पर डाला डेरा, खाद की आपूर्ति में परेशानी
Nov 16, 2024 19:07
Nov 16, 2024 19:07
- डीएपी नहीं मिलने से किसानों की परेशानियाँ बढ़ीं
- रातभर जागकर डीएपी मिलने का कर रहे इंतजार
- डीएपी वितरण में धांधली का लगाया आरोप
Aligarh news : अलीगढ़ जिले के अतरौली क्षेत्र में किसानों को डीएपी (डायमोनियम फॉस्फेट) खाद की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। खाद की आपूर्ति को लेकर बढ़ती समस्याओं और लंबी लाइनों के कारण किसान परेशान और नाराज हैं। 15 नवंबर की रात को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें किसान अपनी रजाई, कंबल और अन्य गर्म कपड़े लेकर क्षेत्रीय सहकारी समिति के बाहर रातभर डेरा डाले हुए थे, ताकि उन्हें खाद मिल सके । इस दृश्य ने स्पष्ट रूप से यह दिखा दिया कि डीएपी की कमी के कारण किसान मुश्किल हालात में हैं और खाद प्राप्त करने के लिए उन्हें कितनी कठिनाइयां झेलनी पड़ रही हैं। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
डीएपी नहीं मिलने से किसानों की परेशानियाँ बढ़ीं
अतरौली की सहकारी समिति पर 14 नवंबर को 360 बोरी डीएपी खाद पहुंची थी, लेकिन 15 नवंबर को किसान खाद प्राप्त करने में असफल रहे। समिति द्वारा नोटिस बोर्ड पर यह सूचना चस्पा की गई थी कि गुरु नानक जयंती के कारण 16 नवंबर को डीएपी वितरित की जाएगी, लेकिन इसके बावजूद किसान पूरी रात खाद के लिए वहां इंतजार करते रहे । उनका कहना था कि खाद की भारी किल्लत के कारण खाद नहीं मिल पा रहा था और अब सरकार की अनदेखी के कारण उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
रातभर जागकर डीएपी मिलने का कर रहे इंतजार
स्थानीय किसान महेन्द्र चौधरी ने बताया कि उन्हें अब तक किसी तरह का समाधान नहीं मिला है और उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उनका कहना है कि डीएपी की कमी से उनकी फसल की उपज प्रभावित हो रही है और यह उनकी आजीविका के लिए एक बड़ा खतरा बन चुका है । महेन्द्र ने कहा, रात तीन बजे से हम यहां डेरा डाले हुए हैं, हमें डर है कि अगर समय पर खाद नहीं मिली, तो हमारी फसलें ठीक से विकसित नहीं हो पाएंगी।
डीएपी वितरण में हो रही धांधली
किसान राजू ने बताया कि वे रात एक बजे से डीएपी के लिए लाइन में लगे थे, लेकिन सुबह तक उन्हें डीएपी नहीं मिल पाई। महिला किसान श्रृंगारी ने भी अपनी परेशानी बताते हुए कहा, लाइन में लगने के बावजूद हमें खाद नहीं मिल रही है। एक अन्य किसान नेमपाल सिंह ने आरोप लगाया कि डीएपी वितरण में धांधली हो रही है, जिससे गरीब और मेहनती किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है.
अखिलेश यादव ने भी डीएपी के मुद्दे पर सरकार को घेरा
किसानों की इस दुर्दशा को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी चिंता जताई है । 15 नवंबर को टप्पल में एक जनसभा के दौरान उन्होंने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा, भाजपा सरकार किसानों को डीएपी की आपूर्ति में पूरी तरह नाकाम रही है। किसानों को खाद के लिए लंबी कतारों में खड़ा किया जा रहा है और सरकार इस समस्या से निपटने में असफल रही है। उन्होंने कहा कि किसानों की कठिनाईयों को नजरअंदाज किया जा रहा है, जबकि खाद की आपूर्ति की स्थिति गंभीर होती जा रही है.