AMU के दो छात्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) शोध के लिए स्पेन जा रहे है। दो नों छा6 मैड्रिड में तीन महीने के रिसर्च करेंगे।
एएमयू के दो छात्र स्पेन में करेंगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में विशेषज्ञता : तीन महीने के लिए मैड्रिड रवाना
Dec 05, 2024 00:28
Dec 05, 2024 00:28
- एएमयू की SPARC परियोजना का हिस्सा
- कॉम्प्लूटेंस यूनिवर्सिटी में शोध का अवसर
- वैश्विक स्तर पर एएमयू की उपस्थिति
एएमयू की SPARC परियोजना का हिस्सा
यह दौरा एएमयू के सहायक प्रोफेसर डॉ. मयूरेश कुमार की देखरेख में चल रही SPARC परियोजना का हिस्सा है। यह परियोजना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल मीडिया का उपयोग कर भारत में स्पेनिश भाषा सीखने के लिए एप्लिकेशन विकसित करने पर आधारित है। इसके तहत पहले ही एक कार्यशाला, एक विशेष पाठ्यक्रम, और एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा चुका है। डॉ. मयूरेश कुमार ने कहा कि इस दौरे से परियोजना में नए आयाम जुड़ेंगे और छात्रों के कौशल में वृद्धि होगी।
कॉम्प्लूटेंस यूनिवर्सिटी में शोध का अवसर
हर्ष चौधरी और जावेद खान कॉम्प्लूटेंस यूनिवर्सिटी के सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विभाग में शोध सहायक के रूप में काम करेंगे। वहां वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में गहन अध्ययन करेंगे। यह अनुभव न केवल उनके व्यक्तिगत और पेशेवर विकास में सहायक होगा, बल्कि एएमयू के विदेशी भाषा विभाग को भी नई दिशाओं में ले जाएगा।
वैश्विक स्तर पर एएमयू की उपस्थिति
विदेशी भाषा विभाग के अध्यक्ष और अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संकाय के डीन प्रो. मुहम्मद अजहर ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय सहयोग विभाग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे न केवल छात्रों को प्रेरणा मिलेगी, बल्कि अन्य शोधार्थियों को भी वैश्विक अवसर तलाशने का प्रोत्साहन मिलेगा।
कॉम्प्लूटेंस यूनिवर्सिटी का महत्व
कॉम्प्लूटेंस यूनिवर्सिटी दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक है। वहां शोध का अनुभव हर्ष चौधरी और जावेद खान के लिए एक अद्वितीय अवसर है। उनके इस दौरे से एएमयू के शैक्षणिक कार्यक्रम और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को भी मजबूती मिलेगी। डॉ. मयूरेश कुमार ने कहा कि यह दौरा एएमयू की अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति को बढ़ाने और छात्रों के लिए नए अवसर पैदा करने की दिशा में एक कदम है। प्रो. अजहर ने इस उपलब्धि को विभाग और विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय बताया। यह दौरा न केवल एएमयू के छात्रों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह भारत की वैश्विक शैक्षणिक उपस्थिति को भी मजबूत करता है। हर्ष चौधरी और जावेद खान का यह अनुभव अन्य शोधार्थियों को प्रेरित करेगा और एएमयू को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा।