खैर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र दिलेर ने समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार चारु कैन को बड़े अंतर से हराकर ऐतिहासिक जीत हासिल की है।
खैर विधानसभा उपचुनाव : भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र दिलेर ने दर्ज की ऐतिहासिक जीत, परिवार की तीसरी पीढ़ी बनी विधायक
Nov 23, 2024 16:35
Nov 23, 2024 16:35
- तीसरी पीढ़ी ने संभाली राजनीतिक विरासत
- भाजपा-आरएलडी गठबंधन ने बदले समीकरण
- सपा प्रत्याशी ने हार स्वीकारी , कम मतदान को ठहराया जिम्मेदार
- सुरेन्द्र दिलेर ने कहा - विकास प्राथमिकता, जाम की समस्या होगी दूर
तीसरी पीढ़ी ने संभाली राजनीतिक विरासत
यह चुनाव सुरेंद्र दिलेर के लिए खास रहा, क्योंकि यह उनका पहला चुनाव था। लेकिन उनकी जीत में उनके परिवार की राजनीतिक विरासत की अहम भूमिका रही। उनके दादा किशन लाल दिलेर और पिता राजवीर दिलेर विधायक और सांसद रह चुके हैं। पिता राजवीर दिलेर का लोकसभा चुनाव के दौरान निधन हो गया था। इसके बाद भाजपा ने सुरेंद्र दिलेर को खैर से उपचुनाव का टिकट दिया और उन्होंने अपने परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए जीत हासिल की।
भाजपा-आरएलडी गठबंधन ने बदले समीकरण
खैर विधानसभा, जिसे जाट लैंड कहा जाता है, में भाजपा और राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के गठबंधन ने निर्णायक भूमिका निभाई । यह गठबंधन मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में लाने में सफल रहा। आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसभाएं कीं, जिससे सत्ताधारी दल को क्षेत्रीय समर्थन भी मिला।
सपा प्रत्याशी ने हार स्वीकारी , कम मतदान को ठहराया जिम्मेदार
समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी चारु कैन ने हार के बाद इसे अपने लिए एक सीख बताया। उन्होंने कहा, यह मेरा दूसरा चुनाव था और मैंने मेहनत की । उपचुनाव में वोटिंग प्रतिशत कम रहा , जनता बूथ तक मतदान के लिए नहीं पहुंची । अब मैं 2027 के चुनाव की तैयारी करूंगी। उन्होंने चुनाव परिणाम को पारदर्शी बताया और जनता से मिले सम्मान के लिए आभार व्यक्त किया ।
सुरेन्द्र दिलेर ने कहा - विकास प्राथमिकता, जाम की समस्या होगी दूर
जीत के बाद सुरेंद्र दिलेर ने खैर की जनता का आभार व्यक्त किया और भाजपा-आरएलडी कार्यकर्ताओं की एकजुटता की सराहना की। उन्होंने कहा, सबका साथ, सबका विकास हमारी प्राथमिकता है। खैर-जट्टारी क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या जाम को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
भाजपा समर्थकों ने मनाया जश्न
चुनावी नतीजों के बाद खैर में भाजपा समर्थकों ने पटाखे फोड़कर और नारे लगाकर जश्न मनाया। इस जीत ने न केवल खैर में भाजपा की पकड़ को मजबूत किया, बल्कि क्षेत्रीय राजनीति में सुरेंद्र दिलेर की मजबूत उपस्थिति भी दर्ज कराई। इस जीत ने न केवल खैर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का वर्चस्व कायम किया, बल्कि सुरेंद्र दिलेर के लिए एक उज्ज्वल राजनीतिक भविष्य के दरवाजे भी खोल दिए हैं।
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जीत के बाद मतगणना स्थल से बाहर आते समय सुरेंद्र दिलेर अपनी मां का हाथ पकड़े हुए नजर आए। इस दौरान अपने पिता को याद करते हुए वह भावुक हो गए और आंखों से आंसू छलक पड़े। और पढ़ें