आगरा मेट्रो विवाद : प्रभावित मकानों में मरम्मत कार्यों में तेजी, डिविजनल कमिश्नर के निरीक्षण के बाद लिया एक्शन

UPT | आगरा मेट्रो मोती कटरा विवाद को लेकर चर्चाओं में

Nov 29, 2024 19:50

उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा आगरा में मनकामेश्वर मेट्रो स्टेशन से एसएन मेडिकल कॉलेज तक बनने वाली मेट्रो लाइन के लिए बन रही टनल इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है...

Agra News : उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा आगरा में मनकामेश्वर मेट्रो स्टेशन से एसएन मेडिकल कॉलेज तक बनने वाली मेट्रो लाइन के लिए बन रही टनल इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। हाल ही में मीडिया में खबरें आई थीं कि इस निर्माण कार्य के कारण 1700 मकान प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन यह आंकड़ा सही नहीं है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन का कहना है कि मोती कटरा क्षेत्र में टनल के निर्माण से प्रभावित 151 मकानों की पहचान की गई है। इन मकानों का हाउस कंडीशनिंग सर्वे किया गया, जिसमें 39 मकानों की स्थिति अत्यधिक खराब पाई गई थी। मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने इन मकानों में से अधिकांश (90 फीसदी) की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है और यह कार्य तेज़ी से जारी है। निर्माण कार्य से पहले ही कुछ मकान काफी जर्जर स्थिति में थे, जिनकी मजबूती भी बढ़ाई जा रही है। इसके अलावा, नगर निगम ने 26 मकानों को पहले ही कंडम यानी रहने लायक नहीं घोषित कर दिया था।
आगरा मेट्रो ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की मोती कटरा विवाद के संदर्भ में शुक्रवार को आगरा मेट्रो ने प्रशासन के निर्देशों और संयुक्त सर्वे का पालन करते हुए पुनः प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और मरम्मत कार्यों के बारे में फीडबैक लिया। अधिकांश मकान मालिकों ने मरम्मत कार्यों से संतुष्टि जताई और अपनी प्रतिक्रिया भी साझा की। हालांकि, कुछ स्थानीय निवासियों ने यह भी निराशा व्यक्त की कि जब मंडलायुक्त ऋतु माहेश्वरी स्थिति का जायजा लेने आईं, तो कुछ बाहरी व्यक्तियों के स्वार्थ के कारण कई महत्वपूर्ण तथ्य प्रशासन और मीडिया के सामने नहीं आ सके। इन बाहरी व्यक्तियों के कारण स्थानीय लोगों को अपनी वास्तविक समस्याएँ प्रशासन के समक्ष रखने में कठिनाई हुई। फिर भी, स्थानीय निवासियों ने यह भी कहा कि मेट्रो सुविधा भविष्य में शहरवासियों के लिए अत्यधिक फायदेमंद होगी।



प्रभावित वासियों को दिया आश्वासन
आगरा मेट्रो ने सभी प्रभावित वासियों को यह आश्वासन दिया है कि यदि किसी प्रकार की क्रैक या दरार की समस्या उत्पन्न होती है, तो उसे चरणबद्ध तरीके से मरम्मत कराई जाएगी। मेट्रो के अंडरग्राउंड टनल का निर्माण पहले ही 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है, और शेष काम को पूरी एहतियात के साथ शीघ्र पूरा किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, मरम्मत कार्य के लिए पहले 70 लोगों की एक टीम गठित की गई थी, जिसे अब बढ़ाकर 125 कर दिया गया है, ताकि काम को तेजी से पूरा किया जा सके। आगरा मेट्रो परियोजना की टीम शहरवासियों को उच्च गुणवत्ता वाली मेट्रो सेवा प्रदान करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है और इसमें शहरवासियों का सहयोग आवश्यक है। यह टीम पहले ही प्राथमिकता वाले कॉरिडोर पर समय से पहले निर्माण कार्य पूरा करके आगरा शहर को मेट्रो नेटवर्क में शामिल करने का गौरव प्राप्त कर चुकी है।

यूपी मेट्रो ने लगाया बदनाम करने का आरोप
उधर, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के उप महाप्रबंधक जनसंपर्क (जन संपर्क ) ने उत्तर प्रदेश टाइम्स को बताया कि मेट्रो अपना काम बखूबी कर रही है, मेट्रो अपने काम से पीछे नहीं हट सकती। डिवीजनल कमिश्नर के निरीक्षण में बाहरी लोगों ने पहुंचकर जो मेट्रो के बारे में भ्रांतियां फैलाई है वह मिथ्या हैं। उन्होंने कहा कि अगर यूपी टाइम्स की टीम खुद जाकर वहां के स्थानीय लोगों से बात करेगी तो स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि मेट्रो अपनी जिम्मेदारी से भागा नहीं है बल्कि पीड़ितों की हर समस्या का निदान कर रहा है। यूपीएमआरसी के डिप्टी जनरल मैनेजर (जनसंपर्क ) पंचानन मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन का काम मेट्रो का गुणवत्तापूर्ण एवं अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों के अनुकूल निर्माण कार्य करना एवं मेट्रो का संचालन करना है। आगरा में बेवजह हमें बदनाम किया जा रहा है, जो हमारा काम नहीं है हम वह काम ही मजबूरन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकारी संस्थाओं का सहयोग मिले तो कार्य और बेहतर हो जाए लेकिन ऐसा हो नहीं रहा जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।

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