Agra News : ताजनगरी में 400 के पार एक्यूआई, मरीजों पर संकट, जानें सीएमओ ने क्या की अपील...

UPT | प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए पानी का छिड़काव करते कर्मचारी।

Nov 19, 2024 14:19

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जहां फटकार लगाते हुए सरकार को इसे नियंत्रित करने के आदेश दिए हैं, वहीं पूरे एनसीआर के सभी विद्यालयों को बंद कर दिया गया है। अब एनसीआर के साथ-साथ आगरा तक...

Agra News : राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जहां फटकार लगाते हुए सरकार को इसे नियंत्रित करने के आदेश दिए हैं, वहीं पूरे एनसीआर के सभी विद्यालयों को बंद कर दिया गया है। अब एनसीआर के साथ-साथ आगरा तक प्रदूषण की आंच पहुंच चुकी है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अरुण श्रीवास्तव ने बच्चों, बुजुर्गों के साथ-साथ आम शहरी को सुबह और शाम बढ़ते स्मॉग के चलते मास्क लगाने की हिदायत दी है। 

जानें डॉक्टरों की सलाह
उत्तर प्रदेश टाइम्स आगरा में बढ़ते प्रदूषण के बाबत पहले कई बार आगराइट्स को आगाह कर चुका है। इसका प्रमुख कारण है ताज नगरी में बढ़ता प्रदूषण। शहर का शायद ही ऐसा कोई हिस्सा हो, जहां पर प्रदूषण का बढ़ता स्तर दिखाई नहीं दे रहा हो। हर क्षेत्र में  यूक्यूआई 300 के ऊपर पहुंच चुका है। यही नहीं, कई क्षेत्रों में तो एक्यूआई 400 पर दिखाई दे रहा है, जिसके कारण लोगों को सांस लेने में भारी परेशानी हो रही है। कई लोग चिकित्सकों के पास पहुंच रहे हैं, लोगों को एलर्जी हो रही है तो, अस्थमा के मरीज भी बढ़ रहे हैं। यही नहीं, आंखों में जलन की शिकायत भी बढ़ रही है। चिकित्सक मरीजों को मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं। वहीं, आंखों को बार-बार पानी से धोने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। 

शहर में पानी का छिड़काव
नगर निगम ने भी प्रदूषण के स्तर को कम करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। नगर निगम द्वारा टैंकरों के माध्यम से पूरे शहर में वाटर स्प्रिंकलर द्वारा पानी का छिड़काव किया जा रहा है, जिससे प्रदूषण के कणों में कमी आ सके। उधर, आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अरुण श्रीवास्तव ने यूपीटी को बताया कि आगरा में प्रदूषण का बढ़ता स्तर लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है, छोटे बच्चों और बुजुर्गों को सुबह-शाम मास्क का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आगरा में ताजमहल होने के चलते टीटीजेड में कई प्रतिबंध लगे हुए हैं। सेंसेटिव जोन होने के चलते यहां पर विशेष ध्यान रखना होता है, इसमें प्रदूषण भी एक है। 

पराली न जलाने की अपील
सीएमओ ने कहा कि मौसम बदल रहा है, ठंड और फॉग के साथ साथ प्रदूषण का स्तर भी शहर में बढ़ा हुआ है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि सुबह और शाम को मास्क का उपयोग करने के उपरांत ही घरों से बाहर निकलें। यही नहीं, उन्होंने छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से कहा कि उन्हें जरूरी काम हो, तभी घर से बाहर आएं अन्यथा घर में ही रहें। सीएमओ ने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों से पराली न जलाने की अपील की है। इसके अलावा उन्होंने लोगों से कहा है कि हो सके तो सरकारी वाहनों यानि पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करें। इससे भी प्रदूषण को रोकने में काफी मदद मिलेगी।

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