Barabanki News : मनरेगा मजदूर परेशान, 90 करोड़ अटके, तीन माह से नहीं मिला पैसा

UPT | मनरेगा मजदूर

Feb 21, 2024 17:14

बाराबंकी के मजदूर और राजमिस्त्री परेशान हैं। हाल यह है कि तीन महीने से मजदूरी का पैसा नहीं मिला है। यही हाल मनरेगा में कार्यरत संविदा कर्मचारियों का है। 

Short Highlights
  • अमृत सरोवर से लेकर गौशाला तक की कई योजनाएं धरातल पर क्रियान्वित नहीं हो पा रही
  • भुगतान के अभाव में मनरेगा के तहत होने वाले सभी कार्य प्रभावित हो रहे
Barabanki News : गांवों में लोगों को रोजगार की गारंटी देने वाली योजना मनरेगा बजट के अभाव में दम तोड़ रही है। तीन माह से न तो मजदूरों व राजमिस्त्रियों को भुगतान मिला है और न ही सामग्री का कोई पैसा मिला है। इतना ही नहीं, मनरेगा में कार्यरत करीब 900 संविदा कर्मचारियों को छह माह से वेतन नहीं दिया गया है। ऐसे में करीब 88.83 करोड़ रुपये बकाया हो गया है। बकाया भुगतान नहीं होने से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य भी प्रभावित हो रहा है। सोमवार को मनरेगा (MANREGA) से गैर-कुशल मदों का भुगतान होना है, जिसमें पूरे राज्य के लिए 10 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं। ऐसे में जिले को इससे राहत मिलती नहीं दिख रही है।

मनरेगा मजदूर रोजगार से वंचित
जिले में करीब 4.64 लाख जॉब कार्डधारक हैं, लेकिन इनमें से करीब दो लाख को ही मनरेगा से रोजगार मिल पाता है। समय पर भुगतान नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में मनरेगा मजदूर रोजगार से वंचित हो रहे हैं। वर्तमान में मनरेगा जॉब कार्ड धारक श्रमिकों का 54.72 करोड़ रुपये बकाया है। राजमिस्त्रियों की बात करें तो उन्हें करीब 2.22 करोड़ रुपये दिए जाने हैं। सामग्री मद में 28.53 करोड़ रुपये बकाया है। इसके अलावा रोजगार सेवक, एपीओ और तकनीकी सहायक समेत 900 कर्मचारियों पर करीब 3.36 करोड़ रुपये बकाया है।

नवंबर में हुआ था भुगतान
पिछले नवंबर में मनरेगा से भुगतान हुआ था, लेकिन राशि के अभाव में पुराना भुगतान भी शत-प्रतिशत नहीं हो सका। तब से भुगतान की प्रक्रिया लंबित है। भुगतान के अभाव में मनरेगा के तहत होने वाले सभी कार्य प्रभावित हो रहे हैं। अमृत सरोवर से लेकर गौशाला तक की कई योजनाएं धरातल पर क्रियान्वित नहीं हो पा रही हैं। संयुक्त आयुक्त मनरेगा अनिल कुमार पांडे ने प्रदेश के सभी डीएम को पत्र लिखकर सूचित किया है कि सोमवार को पूर्वाह्न 11 बजे सामग्री मद के तहत पिछले वित्तीय वर्ष के कुशल एवं अकुशल श्रमिकों को भुगतान के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध करायी जायेगी। इस संबंध में सभी ब्लॉकों को पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन पर्याप्त बजट न होने के कारण यह धनराशि अपर्याप्त साबित होगी।

मनरेगा में काम करने वाले कुशल व अकुशल श्रमिकों के साथ ही सामग्री व अन्य देयकों के भुगतान के लिए बिल जमा कर दिए गए हैं। शासन से बजट मिलते ही भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।-ब्रजेश कुमार त्रिपाठी, उपायुक्त मनरेगा

बजट पर्याप्त न होने से धनराशि नाकाफी
संयुक्त आयुक्त मनरेगा अनिल कुमार पांडेय की ओर से प्रदेश के सभी डीएम को पत्र लिखकर बताया गया है कि सोमवार को सामग्री मद में पूर्व के वित्तीय वर्षों में कुशल व अकुशल श्रमिकों को भुगतान के लिए 10 करोड़ रुपये की धनराशि सुबह 11 बजे उपलब्ध कराई जाएगी। इसको लेकर सभी ब्लॉकों को पत्र लिखा गया है, लेकिन पर्याप्त बजट न होने से यह धनराशि नाकाफी ही साबित होगी।

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