चाकूबाजी करने का आरोपी शिक्षक और छात्र की पिटाई में शिक्षिका निलंबित : पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर एक को गिरफ्तार किया  

UPT | सांकेतिक फोटो।

Dec 11, 2024 16:28

जिले के शिक्षा विभाग ने अनुशासनहीनता और अमानवीय व्यवहार के आरोप में दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। एक शिक्षक पर छात्रा के भाई से मारपीट और चाकू लेकर हमला करने का आरोप है तो वहीं शिक्षिका पर कक्षा 5 के छात्र की पिटाई का आरोप है।

Barabanki News : जिले के शिक्षा विभाग ने अनुशासनहीनता और छात्रों के प्रति अमानवीय व्यवहार के आरोपों में दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। इनमें एक शिक्षक पर छात्रा के भाई के साथ मारपीट करने और चाकू लेकर हमला करने का आरोप है, जबकि दूसरी शिक्षिका पर कक्षा 5 के छात्र की पिटाई का आरोप लगा है। इन घटनाओं ने शिक्षा क्षेत्र में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।



पहले मामले में शिक्षक पर लगा चाकूबाजी का आरोप 
पहली घटना विकास क्षेत्र हैदरगढ़ के उच्च प्राथमिक विद्यालय टिकरहुवा की है, यहां तैनात सहायक अध्यापक अजय शर्मा पर कक्षा 8 की छात्रा की पिटाई का आरोप है। इस मामले को लेकर छात्रा का भाई शिकायत दर्ज कराने शनिवार को स्कूल पहुंचा था। अभिभावक और शिक्षक के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि अजय शर्मा ने आवेश में आकर चाकू निकाल लिया और छात्रा के भाई पर हमला करने के लिए दौड़ पड़ा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे हड़कंप मच गया। पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया। 

दूसरे मामले में छात्र की पिटाई पर अध्यापिका पर कार्रवाई
दूसरी घटना त्रिवेदीगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय शिवनाम की है, जहां सहायक अध्यापिका रितु देवी पर कक्षा 5 के छात्र रजत को पीटने का आरोप है। आरोप है कि रितु ने छात्रा के साथ कथित अभद्रता के मामले में रजत की पिटाई की, जिससे छात्र के अभिभावकों ने नाराजगी व्यक्त की। दोनों मामलों में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (डीबीएसए) संतोष देव पांडेय ने खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) की जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्काल कार्रवाई की। हैदरगढ़ के शिक्षक अजय शर्मा को निलंबित कर सिद्धौर ब्लॉक से संबद्ध कर दिया गया, जबकि त्रिवेदीगंज की शिक्षिका रितु देवी को निलंबित कर त्रिवेदीगंज ब्लॉक मुख्यालय से संबद्ध किया गया है। डीबीएसए ने इन मामलों को गंभीर मानते हुए स्पष्ट किया कि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा का वातावरण बिगाड़ने वाले किसी भी शिक्षक को बख्शा नहीं जाएगा।

सामाजिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया 
घटनाओं के वायरल वीडियो और रिपोर्ट ने शिक्षा विभाग और समाज को झकझोर दिया है। शिक्षकों के अनुशासनहीन और हिंसक व्यवहार की आलोचना हो रही है। अभिभावक समुदाय ने जिला प्रशासन की कार्रवाई की सराहना की है, लेकिन ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग भी की है। बाराबंकी की इन घटनाओं ने शिक्षा विभाग को सतर्क रहने और शिक्षकों की जिम्मेदारियों को और अधिक सख्ती से लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। बच्चों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना सभी शिक्षकों का प्राथमिक दायित्व होना चाहिए। 

ये भी पढ़े : Karnataka Techie Suicide Case : अतुल ने सुसाइड नोट में जज पर लगाया घूसखोरी का आरोप, मामला निपटाने के लिए मांगे 5 लाख रुपये

Also Read