उप्र राज्य महिला आयोग की सदस्य डा. प्रियंका मौर्या ने बुधवार को सर्किट हाउस अयोध्या में पीड़ित महिलाओं की समस्याओं की सुनवाई की
Dec 11, 2024 19:36
उप्र राज्य महिला आयोग की सदस्य डा. प्रियंका मौर्या ने बुधवार को सर्किट हाउस अयोध्या में पीड़ित महिलाओं की समस्याओं की सुनवाई की
Ayodhya News : उप्र राज्य महिला आयोग की सदस्य डा. प्रियंका मौर्या ने बुधवार को सर्किट हाउस अयोध्या में पीड़ित महिलाओं की समस्याओं की सुनवाई की। खास बात यह कि जनसुनवाई के पूर्व पीड़ित पक्ष के साथ बराबर में बैठ कर कुशल क्षेम जाना। इतना ही नहीं सर्किट हाउस सभाकक्ष में अन्य अफसरों की कुर्सियां आमजन के बीच लगी। फिर शुरू हुई जनसुनवाई में करीब 45 प्रकरण सामने आए। जिसमें सभी के समाधान के लिए डा. प्रियंका मौर्या ने मौके पर सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। 10 मामलों का निस्तारण भी किया गया।
जमीन, मारपीट, घरेलू हिंसा के सामने आए ज़्यादातर मामले
पीड़िता विजयलक्ष्मी के प्रकरण में विधवा पेंशन व बाल सेवा योजना के लिए सम्बंधित अधिकारी को निर्देशित किया गया। फूलराजी के मामले में बीकापुर एसएचओ से तत्काल वार्ता कर शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए गए। फरियादी माधुरी के शौचालय प्रकरण में आयोग सदस्य ने थानाध्यक्ष को तत्काल संज्ञान में लेने को कहा। इसी प्रकार विवाह के एक प्रकरण में आयोग सदस्य ने उसके पति को 15 दिन के अन्दर बुलाकर वार्ता कर निस्तारित करने को कहा जिससे एक परिवार को बसाया जा सके। इसी प्रकार जमीन से सम्बंधित कई मामलों पर सम्बंधित एसडीएम को मौके पर बुलाकर शीघ्र निस्तारण को निर्देशित किया।
पीड़ित महिलाओं से बोलीं डॉ. प्रियंका मौर्य हम आप के साथ हैं
राज्य महिला आयोग की जन सुनवाई के दौरान कई महिलाएं भावुकता में रोने लगीं। घरेलू हिंसा, मारपीट, दहेज, पुलिस दुर्व्यवहार पर समझाते हुए कहा कि राज्य महिला आयोग आपके साथ है। न्याय जरूर होगा। आयोग सदस्य प्रियंका ने प्रत्येक आवेदन को बहुत ही गम्भीरता के साथ सुना। जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से बातचीत में राज्य महिला आयोग की सदस्य ने कहा कि जो भी पीड़ित महिलाएं आयी हैं। उनकी समस्याओं का तुरन्त निस्तारण करने का प्रयास किया जा रहा है। सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से तत्काल वार्ता कर प्रकरण को निस्तारित करने के लिए निर्देशित किया गया। इसके साथ ही बहुत सारे मामलों को आपसी वार्ता से भी निस्तारित कराने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही पीड़ित महिलाओं व उनके बच्चों के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
उप्र राज्य महिला आयोग त्वरित कार्यवाही के लिए कर रहा कार्य
डॉ. प्रियंका मौर्या ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में महिलाओं की सुनवाई जनपद स्तर व मुख्यालय स्तर पर गम्भीरता के साथ की जाती है। यदि पीड़ित को लग रहा है कि कार्यवाही धीरे चल रही है तो उसके लिए राज्य महिला आयोग उन पीड़ित महिलाओं के साथ है और राज्य महिला आयोग उनके लिए त्वरित कार्यवाही के लिए कार्य कर रहा है। जनसुनवाई के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पीड़ित महिलाओं की सहायता करते हुए उनको न्याय दिलाना व उत्पीड़न से बचाना है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्पीड़न से सम्बंधित प्रकरणों के सुनवाई एवं निस्तारण हेतु उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के सदस्यों द्वारा प्रत्येक जनपद में जनसुनवाई का आयोजन किया जाता है, जिसमें महिला स्वयं उपस्थित होकर अपनी शिकायतें बता सकती है। इसके उपरांत सदस्य द्वारा अभी अन्य निरीक्षण किये जा रहे है।