सरयू नदी का कहर : कटान से विलीन हुए मंदिर और घर, प्रशासन की निष्क्रियता पर ग्रामीणों का आक्रोश

UPT | सरयू नदी।

Jul 16, 2024 02:03

बलिया जिले में सरयू नदी का प्रकोप एक बार फिर से देखने को मिल रहा है। बैरिया तहसील के अंतर्गत आने वाले दियराचंल क्षेत्र के गोपालनगर टाड़ी गांव इन दिनों प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है...

Ballia News : उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में सरयू नदी का प्रकोप एक बार फिर से देखने को मिल रहा है। बैरिया तहसील के अंतर्गत आने वाले दियराचंल क्षेत्र के गोपालनगर टाड़ी गांव इन दिनों प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है। नदी की तेज धारा ने यहां के निवासियों के घरों, खेतों और यहां तक कि धार्मिक स्थलों को भी अपनी चपेट में ले लिया है।

चार परिवारों के घर सरयू नदी में बहे
रविवार की सुबह, गांव के काली मंदिर सहित चार परिवारों के घर सरयू नदी की धारा में समा गए। अशोक यादव, भरत यादव, लक्ष्मण यादव और शिवजी यादव के परिवार अब बेघर हो गए हैं। इसके अलावा, कई अन्य परिवारों के घर भी कटान के कगार पर हैं, जिससे वे मजबूरन अपने ही हाथों से अपने घरों को गिराने पर विवश हैं।

जिला प्रशासन पर लगाए आरोप
स्थानीय निवासियों का कहना है कि लगभग 50 एकड़ उपजाऊ भूमि पहले ही नदी में समा चुकी है। उनका आरोप है कि जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन इस समस्या को रोकने में पूरी तरह से विफल रहे हैं। नेताओं पर केवल फोटो खिंचवाने और चले जाने का आरोप लगाते हुए, ग्रामीणों ने कहा कि धरातल पर कटान रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।

तीस हजार की आबादी हो सकती है विस्थापित
बाढ़ विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। ग्रामीणों का मानना है कि विभाग कटान रोकने में गंभीर नहीं है और केवल अपने स्वार्थ के लिए काम कर रहा है। उनका कहना है कि अगर यही स्थिति रही, तो शिवाल मठिया, गोपाल नगर, मानगढ़, वशिष्ठ नगर सहित दियराचंल के कई गांवों की लगभग तीस हजार की आबादी जल्द ही विस्थापित हो जाएगी।

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