आजमगढ़ में दिखी मानवता की मिसाल : भारत रक्षा दल ने किया लावारिस मृतकों का श्राद्ध, 12 सालों से काम कर रहा संगठन

UPT | Bharat Raksha Dal

Sep 29, 2024 18:11

यह कार्यक्रम हर साल पितृपक्ष के दौरान लावारिस मृतकों की आत्मा की शांति के लिए किया जाता है। इस वर्ष, यह विशेष आयोजन राजघाट श्मशान घाट पर तमसा नदी के किनारे पंडित विपिन मिश्रा के मार्गदर्शन में विधिपूर्वक संपन्न हुआ...

Short Highlights
  • सामूहिक पिंडदान और तर्पण कार्यक्रम का आयोजन 
  • लावारिस मृतकों की आत्मा की शांति के लिए किया जाता कार्यक्रम
  • भारत रक्षा दल अब तक 614 मृतकों का कर चुका है श्राद्ध
Aazamgarh News : आजमगढ़ जिले में भारत रक्षा दल ने एक सामूहिक पिंडदान और तर्पण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम हर साल पितृपक्ष के दौरान लावारिस मृतकों की आत्मा की शांति के लिए किया जाता है। इस वर्ष, यह विशेष आयोजन राजघाट श्मशान घाट पर तमसा नदी के किनारे पंडित विपिन मिश्रा के मार्गदर्शन में विधिपूर्वक संपन्न हुआ।

मृत आत्माओं के लिए करते हैं प्रार्थना
दरअसल, भारत रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष हरिकेश विक्रम श्रीवास्तव ने बताया कि संगठन के कार्यकर्ता नियमित रूप से जिले में लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करते हैं। पितृपक्ष के इस अवसर पर सामूहिक पिंडदान और तर्पण का आयोजन कर मृत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की जाती है।



ब्राह्मण भोज और दान दक्षिणा का भी आयोजन
भारत रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष हरिकेश विक्रम श्रीवास्तव ने बताया कि भारत रक्षा दल ने सालभर में 614 लावारिस शवों का दाह संस्कार किया है। हर साल की तरह, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अनजान मृतकों की आत्मा की शांति के लिए पितृपक्ष में इस तरह के कार्य किए जाते हैं। इसके बाद ब्राह्मण भोज और दान दक्षिणा का भी आयोजन किया जाता है।

मृतकों के वारिस की तरह करते हैं योगदान
इस पूजा में कुछ पदाधिकारी मृतकों के वारिस की तरह योगदान देते हैं, जिससे सभी को आत्मिक शांति का अनुभव होता है। इस पिंडदान में उमेश सिंह गुड्‌डू, तहसील अध्यक्ष चंद्रप्रकाश मौर्य, मनीराम प्रसाद, प्रदीप चौहान, शक्तिशरण पंत, जैनेंद्र चौहान और आरपी श्रीवास्तव ने तर्पण और पूजन में हिस्सा लिया।

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