Bareilly News : अब स्टूडेंट पढ़ेंगे वीर अब्दुल हमीद की वीरता की कहानी, सिलेबस में शहीद की शहादत का इतिहास शामिल

UPT | वीर अब्दुल हमीद का फोटो

Sep 29, 2024 17:49

अब वीर अब्दुल हमीद और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के बारे में भी छात्र-छात्राओं (स्टूडेंट) को पढ़ाया जाएगा। इसको लेकर बरेली के एडवोकेट...

Bareilly News : एनसीईआरटी ने सिलेबस (पाठ्यक्रम) में बड़ा बदलाव किया है। अब वीर अब्दुल हमीद और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के बारे में भी छात्र-छात्राओं (स्टूडेंट) को पढ़ाया जाएगा। इसको लेकर बरेली के एडवोकेट इमरान अंसारी काफी समय से मांग कर रहे थे। एमजेपी रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के गोल्ड मेडलिस्ट इमरान अंसारी वीर अब्दुल हमीद की जयंती और शहीद दिवस पर कार्यक्रम आयोजित कर सरकार से यह मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के बारे में युवा पीढ़ी को पढ़ाया जाए। जिससे वह उनके जीवन से शिक्षा और प्रेरणा ले सके। मगर, अब सरकार ने एक बार फिर सिलेबस में वीर अब्दुल हमीद नामक अध्याय दिया है। यह काफी खुशी की बात है। नई शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय शिक्षा पाठ्यक्रम 2023 के तहत एनसीईआरटी की छठी कक्षा की किताबों में इस साल दो बड़े बदलाव हो जाएंगे।



रक्षा मंत्रालय की हरी झंडी के बाद बदला फैसला
शिक्षा मंत्रालय की ओर से एनसीईआरटी की किताबों को लेकर एक बड़ी घोषणा की गई है। शिक्षा मंत्रालय मोओई ने मीडिया को बताया है कि नई शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय शिक्षा पाठ्यक्रम 2023 के तहत एनसीईआरटी की छठी कक्षा की किताबों में इस साल दो बड़े बदलाव किए जाएंगे। अब छठी कक्षा में बच्चों को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नाम की कविता और वीर अब्दुल हमीद नामक अध्याय पढ़ने को मिलेगा। रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त रूप से इस फैसले को लिया गया है। शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि पाठ्यक्रम में किए गए बदलाव बच्चों में देशभक्ति कर्तव्य के प्रति समर्पण और साहस बलिदान के मूल्यों को विकसित करने और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया है।

जानें वीर अब्दुल हमीद के बारे में
वीर अब्दुल हमीद अध्याय में 1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध में देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद की वीरता की कहानी है। उन्हें मरणोपरांत देश के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। छठी कक्षा की किताब में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के बारे में पढ़ाया जाएगा। रक्षा मंत्रालय एनडब्ल्यूएम को एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्मारक के रूप में स्थापित करने के लिए काम कर रहा है। इसी के तहत शिक्षा मंत्रालय ने एनडब्ल्यूएम को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला लिया है।

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