CLAT-PG 2025 : बरेली की यशस्वी सिंह ने हासिल की ऑल इंडिया 337वीं रैंक, बनीं युवाओं की प्रेरणा

UPT | यशस्वी सिंह

Dec 11, 2024 23:21

बरेली की यशस्वी सिंह ने एक बार फिर जिले का नाम रोशन किया है। कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT-PG) 2024 में यशस्वी सिंह ने अपने शानदार प्रदर्शन से ऑल इंडिया में 337 वीं रैंक (AIR-5) हासिल की है। उनकी इस उपलब्धि पर परिवार, शिक्षकों और जिलेवासियों में खुशी की लहर है। श

Bareilly News : यूपी के बरेली की यशस्वी सिंह ने एक बार फिर जिले का नाम रोशन किया है। कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT-PG) 2025 में यशस्वी सिंह ने अपने शानदार प्रदर्शन से ऑल इंडिया में 337 वीं रैंक (AIR-5) हासिल की है। उनकी इस उपलब्धि पर परिवार, शिक्षकों और जिलेवासियों में खुशी की लहर है। शहर के इज्जतनगर थाना क्षेत्र के कर्मचारी नगर साईं वाटिका कॉलोनी निवासी यशस्वी सिंह ने सेंट मारिया इंटर कॉलेज से हाईस्कूल और इंटर फर्स्ट डिविजन से पास किया था। 

पिता ने बढ़ाया हौसला
यशस्वी सिंह के पिता उपेंद्र सिंह भारतीय जीवन निगम (एलआईसी) के विकास अधिकारी (डेवलपमेंट ऑफिसर) हैं। यशस्वी ने बताया कि पापा और मां ने पढ़ाई को लेकर हमेशा हौसला बढ़ाया। उनके उत्साह से ही मंजिल हासिल की। यशस्वी सिंह ने 120 में से बेहतरीन अंक हासिल किए। यह उनकी उल्लेखनीय सफलता है। उनका यह प्रदर्शन न केवल उनकी मेहनत का प्रमाण है, बल्कि यह बरेली के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन गया है।



कठिन परिश्रम और सही रणनीति बनी सफलता की कुंजी
यशस्वी ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी कड़ी मेहनत, सही दिशा में तैयारी और परिवार के सहयोग को दिया। उन्होंने कहा कि "मेरी तैयारी के दौरान मेरी सबसे बड़ी ताकत मेरे माता-पिता और शिक्षकों का समर्थन रहा। मैंने समय प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया और नियमित अभ्यास से अपने लक्ष्य को हासिल किया।" CLAT-PG परीक्षा देशभर के टॉप नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (NLUs) में पोस्टग्रेजुएट (LLM) कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। इस परीक्षा में हर साल हजारों छात्र भाग लेते हैं, लेकिन केवल गिने-चुने छात्र ही शीर्ष रैंक हासिल कर पाते हैं। यशस्वी का टॉप में आना उनकी प्रतिभा और समर्पण को दर्शाता है।यशस्वी के पिता ने कहा कि "हमारी बेटी ने हमें गर्व महसूस कराया है। यह उसकी मेहनत और अनुशासन का परिणाम है।"उनकी मां ने भावुक होकर कहा कि यशस्वी शुरू से ही पढ़ाई में बेहद लगनशील रही हैं और उनकी इस उपलब्धि ने परिवार के हर सदस्य को गौरवान्वित किया है।

जज बनकर लोगों को न्याय देने की ख्वाहिश
यशस्वी ने बताया कि अब उनका लक्ष्य देश की न्यायपालिका में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है। उन्होंने कहा कि वे एक अच्छे लॉ संस्थान से उच्च शिक्षा प्राप्त कर न्यायिक सेवाओं में अपना योगदान देना चाहती हैं। यशस्वी की इस उपलब्धि पर बरेली के प्रशासन और समाजसेवियों ने भी बधाई दी है। उनकी सफलता ने बरेली के युवाओं को यह संदेश दिया है कि यदि कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन हो, तो हर लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।

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