मंत्री संजय सिंह गंगवार का पीलीभीत टाइगर रिजर्व में अवैध प्रवेश : जंगल के नियमों की उड़ाई धज्जियां, वन विभाग ने दी जानकारी

UPT | मंत्री संजय सिंह गंगवार

Dec 09, 2024 16:14

 उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री और पीलीभीत के विधायक संजय सिंह गंगवार का काफिला हाल ही में पीलीभीत टाइगर रिजर्व में घूमते हुए देखा गया...

Pilibhit News : उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री और पीलीभीत के विधायक संजय सिंह गंगवार का काफिला हाल ही में पीलीभीत टाइगर रिजर्व में घूमते हुए देखा गया। इस दौरान, जंगल के नियमों का उल्लंघन करते हुए काफिले में कई गाड़ियां और पुलिस वाहन शामिल थे। इस घटना का वीडियो 7 दिसंबर को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें काफिले को रिजर्व के अंदर देखा गया।
वायरल वीडियो में क्या दिखा
इस वायरल वीडियो में देखा गया कि संजय सिंह गंगवार के काफिले में कई गाड़ियां और पुलिस की गाड़ी जंगल में घुस रही हैं। यह घटना पीलीभीत टाइगर रिजर्व के अंदर की बताई जा रही है। वीडियो में पुलिस गाड़ी काफिले के आगे चल रही है और इसे पीलीभीत के विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार के काफिले के रूप में पहचाना जा रहा है।

जंगल के नियमों का किया उल्लंघन
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के नियमों के अनुसार, जंगल में काफिले के साथ प्रवेश की अनुमति नहीं है, लेकिन वायरल वीडियो में संजय गंगवार के काफिले को नियमों का उल्लंघन करते हुए जंगल में घूमते हुए देखा गया। इस मामले को लेकर पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डीएफओ मनीष सिंह ने कहा कि उन्होंने उच्च अधिकारियों को इस घटना की जानकारी दे दी है और मामले की जांच की जा रही है।



क्या बोले वन मंत्री
वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के वन मंत्री अरुण सक्सेना ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी नहीं है। हालांकि, अगर ऐसा हुआ है, तो यह गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की जांच की जाएगी और जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। संजय सिंह गंगवार से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

मंत्री को बर्खास्त करने की मांग
दूसरी तरफ, सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होने के बाद, आजाद अधिकार सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व डीजीपी अमिताभ ठाकुर ने इस पूरे मामले को नियमों का उल्लंघन बताया है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के नेताओं और पत्रकारों पर अक्सर एफआईआर दर्ज करने वाली सरकार को इस गंभीर मामले का संज्ञान लेना चाहिए। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि राज्य मंत्री पर वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने यह भी मांग की कि ऐसे मामले में दोषी पाए जाने पर राज्य मंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए। 

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