प्रवीण तोगड़िया का बरेली में विवादित बयान : हिंदू दंपत्तियों को तीन बच्चे पैदा करने की सलाह, बुलडोजर को बताया शांति का प्रतीक

UPT | संबोधित करते प्रवीण तोगड़िया

Dec 11, 2024 10:40

बरेली में, विश्व हिंदू परिषद (VHP) के पूर्व अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है, जिससे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मच गई है। हिंदू समरसता बैठक में उन्होंने हिंदू दंपत्तियों को तीन बच्चे पैदा करने की सलाह दी, ताकि समाज मजबूत हो सके।

Bareilly News : यूपी के बरेली में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के पूर्व अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। यह राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। अपने भाषण के दौरान उन्होंने हिंदू दंपत्तियों को तीन-तीन बच्चे पैदा करने की सलाह दी। बोले, रक्षामंत्री के इशारे की देर है कि बांग्लादेश का नामोनिशान मिट जाएगा। इसलिए समय रहते बांग्लादेश अपने यहां के हालात सुधार ले। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हालात काफी चिंतनीय हैं। हालांकि, इससे पहले भी साक्षी महाराज और प्रवीण तोगड़िया इस तरह के बयान दे चुके हैं।
 
बुलडोजर को बताया शांति का प्रतीक
विहिप संस्थापक प्रवीण तोगड़िया मंगलवार शाम को बरेली के आंवला पहुंचे। उन्होंने देर शाम बिसौली रोड स्थित एक मैरिज हॉल में आयोजित हिंदू समरसता बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा, पुलिस पर हमला करने वाले पत्थरबाजों को सबक सिखाने के लिए योगी जैसे नेता की जरूरत है। अब पुलिस पर हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। तोगड़िया ने बुलडोजर को शांति का प्रतीक बताया।

चुनाव खत्म होने के बाद हम सब हिंदू 
प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि हो सकता है कि हम चुनाव में जाति या धर्म के कारण किसी का समर्थन करें, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद हम सभी को हिंदू बनकर रहना होगा। उन्होंने कहा कि दुनिया के जिन कट्टरपंथी देशों में हिंदू अल्पसंख्यक हैं, वहां बहुसंख्यक समुदाय उन पर अत्याचार कर रहा है। उन्होंने कहा, "अगर हिंदू समाज को मजबूत करना है तो हर हिंदू जोड़े को तीन-तीन बच्चे पैदा करने चाहिए। इससे हिंदुओं की आबादी में कमी नहीं आएगी और हमारी ताकत बढ़ेगी।"

बयान पर खड़ा हो चुका है विवाद
इससे पूर्व भी प्रवीण तोगड़िया ने तीन बच्चे पैदा करने को लेकर बयान दिया था। मगर, उनके बयान को लेकर कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने कड़ी आलोचना की थी। उनके "तीन-तीन बच्चे" पैदा करने की सलाह को सांप्रदायिक रंग दिया गया था, जो जनसंख्या नियंत्रण की नीतियों के खिलाफ है। विपक्षी दलों ने इसे समाज को बांटने और नफरत फैलाने वाला बयान करार दिया। इसके साथ ही कई सामाजिक संगठनों ने इसे गैर-जिम्मेदाराना और जनसंख्या नियंत्रण की नीतियों के खिलाफ बताया था।

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