Chitrakoot News : करंट लगने से बच्चे की मौत, परिजनों ने बिजली विभाग और जिला अस्पताल पर लगाया लापरवाही का आरोप

UPT | परिजनों ने जिला अस्पताल के गेट के बाहर जाम लगाया

Jul 15, 2024 14:27

चित्रकूट में सोमवार सुबह 13 वर्षीय अजय स्कूल जाने के लिए अपने घर से कुछ दूरी पर लगे हैंडपंप पर नहाने के लिए गया था। इसी दौरान सड़क किनारे लगे विद्युत पोल से हाई टेंशन तार अचानक टूट कर उसके ऊपर गिर गया।

Chitrakoot News:  चित्रकूट में बिजली के खंभे से तार टूटकर गिरने से करंट लगने से 13 वर्षीय बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई। जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने बिजली विभाग और जिला अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। गुस्साए परिजनों ने जिला अस्पताल के गेट के बाहर कलेक्ट्रेट रोड पर जाम लगा दिया और लापरवाह बिजली कर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर घंटों हंगामा किया। सूचना मिलने पर एसडीएम और सीओ मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिजनों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया।

हैंडपंप पर नहाने गया था बच्चा
मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के सिद्धपुर गांव का है, जहां सोमवार सुबह 13 वर्षीय अजय स्कूल जाने के लिए अपने घर से कुछ दूरी पर लगे हैंडपंप पर नहाने के लिए गया था। इसी दौरान सड़क किनारे लगे विद्युत पोल से हाई टेंशन तार अचानक टूट कर बच्चे के ऊपर गिर गया, जिससे बच्चा गंभीर रूप से झुलस गया। आनन फानन में परिजन उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने जिला अस्पताल के डॉक्टर और बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बच्चे का शव लेकर जिला अस्पताल के बाहर कलेक्ट्रेट रोड पर जाम लगा दिया। पीड़ित परिवार ने 15 लाख की आर्थिक मदद और बिजली विभाग के लापरवाह कर्मचारियों और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
 
कई महीनों से लटका था बिजली  का तार
सूचना मिलने पर एसडीएम और सीओ मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को समझा-बुझाकर कई घंटों बाद जाम खुलवाया। पीड़ित परिवार से लिखित शिकायत लेकर कोतवाली पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पीड़ित परिवार का कहना है कि बिजली के खंभे का तार कई महीनों से लटका हुआ था, जिसकी शिकायत उन्होंने कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके चलते आज यह घटना घटी। बच्चे को जब अस्पताल ले जाया गया तो वहां भी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी गायब थे। काफी देर बाद जब वे आए तो बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। इसमें बिजली विभाग और स्वास्थ्य कर्मियों की बड़ी लापरवाही है, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन्हें 15 लाख की आर्थिक मदद भी दिलाई जाए।

परिजनों की तहरीर पर मुकदमा लिखा 
वहीं इस मामले में क्षेत्राधिकारी राजकुमार कमल का कहना है कि पीड़ित परिजनों की तहरीर पर मुकदमा लिखा जा रहा है। उन्होंने जो आरोप लगाए है उसकी जांच कर आगे विधिक कार्रवाई की जाएगी।

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