Jalaun News : शलाघाट में नदी का 'खतरनाक खेल', डूबने से बचाने के लिए जिलाधिकारी ने लगाया प्रतिबंध

UPT | डीएम ने लगाया प्रतिबंध।

May 19, 2024 20:07

जालौन के कोंच तहसील क्षेत्र के शलाघाट पर खतरनाक और गहरे स्थानों पर स्नान पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय के निर्देशानुसार, श्रद्धालु अब केवल सुरक्षित स्थानों पर ही स्नान कर सकेंगे। इस फैसले का उद्देश्य हाल ही में हुई दुर्घटनाओं को रोकना और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

Short Highlights
  • जालौन के शलाघाट में गहरे और खतरनाक स्थानों पर स्नान प्रतिबंधित
  • श्रद्धालु केवल सुरक्षित स्थानों पर ही स्नान कर सकेंगे
  • खतरनाक क्षेत्रों को बैरिकेड और सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जाएगा
  • उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी
Jalaun News : जालौन के कोंच तहसील क्षेत्र के शलाघाट पर अब श्रद्धालु खतरनाक और गहरे स्थानों पर स्नान नहीं कर सकेंगे। बीते दिनों हुई दुर्घटनाओं को देखते हुए यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने इस क्षेत्र को प्रतिबंधित कर दिया है और खतरनाक इलाके को बैरिकेड करने के निर्देश दिए हैं।

 ये है पूरा मामला
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, केवल सुरक्षित स्थानों पर ही स्नान की अनुमति होगी। यदि कोई व्यक्ति प्रतिबंधित क्षेत्र में स्नान करने जाता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त, इन खतरनाक स्थानों पर विशेष निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि किसी भी दुर्घटना को रोका जा सके। जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने जानकारी दी कि बेतवा नदी के तहसील कोंच एवं थाना कोटारा के अंतर्गत शलाघाट पर स्नान करने के उद्देश्य से जाने वाले श्रद्धालुओं की नदी में डूबने और उनकी मृत्यु की घटनाओं का संज्ञान लिया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए घाट पर उचित बैरिकेडिंग और सीसीटीवी कैमरे आदि की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सुरक्षित स्थानों पर श्रद्धालु बिना किसी कठिनाई के स्नान कर सकते हैं, लेकिन असुरक्षित और गहरे पानी वाले क्षेत्रों में प्रवेश निषेध रहेगा।

लगाए जाएंगे कैमरे
प्रभारी निरीक्षक कोटारा और खण्ड विकास अधिकारी उक्त स्थल पर आईपी कैमरा लगाएंगे, वहीं अधिशासी अभियंता सिचाई, बेतवा नहर प्रखंड प्रथम उरई, बेतवा नदी के शलाघाट क्षेत्र का सीमांकन करते हुए बैरिकेडिंग करेंगे। असुरक्षित और गहरे पानी वाले क्षेत्र में प्रवेश निषेध के संकेतात्मक बोर्ड भी लगाए जाएंगे, जिससे कोई भी दुर्घटना न हो सके।

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