Jhansi News : झांसी की पहूज नदी को मिला नया जीवन, एसटीपी ने शुरू किया काम

सोशल मीडिया | 100 करोड़ के खर्च से बना एसटीपी, रोजाना 2.6 करोड़ लीटर पानी होगा साफ

Sep 26, 2024 08:46

झांसी की पहूज नदी को प्रदूषण से मुक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम। 25 सितंबर से शुरू हुआ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट रोजाना 2.6 करोड़ लीटर गंदे पानी को साफ करेगा। जानिए कैसे इस परियोजना से नदी को मिलेगा नया जीवन।

Jhansi News : झांसी शहर के लिए 25 सितंबर, 2024 का दिन बेहद खास रहा। बुंदेलखंड की प्राचीन नदियों में से एक, पहूज नदी को पुनर्जीवन देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया। शहर के चारों नालों का गंदा पानी सीधे नदी में गिरने से रोकने के लिए बनाए गए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) ने बुधवार से काम करना शुरू कर दिया है।

100 करोड़ रुपये की लागत से बना एसटीपी
स्मार्ट सिटी मिशन योजना के तहत 100 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए इस एसटीपी में रोजाना 26 एमएलडी (दो करोड़ साठ लाख लीटर) पानी को साफ किया जाएगा। दो दिन के ट्रायल के बाद शुक्रवार से यह प्लांट अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करना शुरू कर देगा।

लोगों की मुहिम रंग लाई
सालों से पहूज नदी में नालों का गंदा पानी छोड़ा जा रहा था, जिससे नदी का पानी पूरी तरह प्रदूषित हो गया था। झांसी के लोगों ने इस समस्या पर लगातार आवाज उठाई थी और नदी को पुनर्जीवित करने के लिए एक मुहिम भी चलाई थी, जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है।

पानी की गुणवत्ता की होगी जांच
एसटीपी में एक प्रयोगशाला भी स्थापित की गई है, जहां नालों से आने वाले गंदे पानी की जांच की जाएगी। साफ होने के बाद पानी को नदी में छोड़ने से पहले एक बार फिर जांच होगी। पानी की गुणवत्ता सही पाए जाने के बाद ही उसे नदी में छोड़ा जाएगा।

उद्योगों को भी मिलेगा साफ पानी
एसटीपी में 700 किलोलीटर क्षमता का ओवरहेड टैंक भी बनाया गया है। नालों के पानी को साफकर इस टैंक को भरा जाएगा। यह पानी उद्योगों को भी दिया जाएगा।

नगर आयुक्त का बयान
नगर आयुक्त सत्यप्रकाश ने बताया कि एसटीपी के जरिये नालों के गंदे पानी को साफ कर पहूज नदी में छोड़ा जाएगा। एक-दो दिन में यह पूरी क्षमता के साथ काम करने लगेगा। इसका निर्माण करने वाली कंपनी ही आगामी 10 सालों तक इसका संचालन और रखरखाव करेगी।
 

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