एचबीटीयू में दीक्षांत समारोह : 899 छात्रों को मिली उपाधियां, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अनुशासन की दी सीख

UPT | महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

Sep 27, 2024 18:48

हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी समारोह का शुभारंभ पर्यावरण गीत के साथ हुआ। 899 छात्र-छात्राओं को उपाधि से नवाजा गया। इस दौरान महामहिम राज्यपाल ने अनुशासन का पाठ भी पढ़ाया।

Kanpur News : हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एचबीटीयू) में आयोजित दीक्षांत समारोह में इस वर्ष 899 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गईं। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं और समारोह की अध्यक्षता की। हालांकि, कार्यक्रम के दौरान अनुशासनहीनता देखने पर राज्यपाल नाराज हो गईं और छात्रों को अनुशासन का महत्व समझाया।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्रों से कहा, "मैं पिछले डेढ़ घंटे से देख रही हूं कि लोग इधर-उधर आ-जा रहे हैं। दीक्षांत समारोह कोई साधारण कार्यक्रम नहीं है, यहां अनुशासन का पालन करना आवश्यक है।" उन्होंने विद्यार्थियों को समझाया कि यह उनके शैक्षणिक जीवन का एक महत्वपूर्ण क्षण है, जिसे वे सम्मान के साथ मनाएं और अनुशासित रहें। राज्यपाल की नाराजगी उस वक्त सामने आई जब कुछ छात्र-छात्राएं कार्यक्रम के दौरान लगातार इधर-उधर आते-जाते नजर आए। 



मेधावी छात्रों को सम्मान
समारोह में 752 स्नातक और शेष उपाधियां परास्नातक और पीएचडी छात्रों को प्रदान की गईं। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को विशेष सम्मान से नवाजा गया। पेंट टेक्नोलॉजी की सौम्या खंडेलवाल, जिन्होंने 9.186 सीजीपीए हासिल किया, को कुलाधिपति गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, केमिकल इंजीनियरिंग के शिवांशु कुशवाहा और प्लास्टिक टेक्नोलॉजी की छात्रा मुस्कान सिंह को 9.122 सीजीपीए के साथ कुलाधिपति ब्रॉन्ज मेडल दिया गया। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के छात्र अमर्त्य यादव, जिन्होंने 9.04 सीजीपीए प्राप्त किया, को भी कुलाधिपति ब्रॉन्ज मेडल से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल भी मौजूद थे, जिन्होंने छात्रों को प्रेरणा दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। 

पहली बार अभिभावकों का सम्मान
इस दीक्षांत समारोह की एक विशेष बात यह रही कि पहली बार मेधावी छात्रों के साथ-साथ उनके अभिभावकों को भी मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया। इस पहल का उद्देश्य अभिभावकों के योगदान को भी मान्यता देना था, जिन्होंने छात्रों को यहां तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस नई परंपरा की सराहना की और इसे जारी रखने का सुझाव दिया।

राज्यपाल ने दी छात्रों को प्रेरणादायक सीख
अपने संबोधन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्रों को सफलता की राह पर अनुशासन, मेहनत और ईमानदारी के साथ आगे बढ़ने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज का दौर प्रतिस्पर्धा का है, और जो छात्र अनुशासन में रहकर मेहनत करते हैं, वही अपने लक्ष्यों को हासिल कर पाते हैं। उन्होंने कहा, "दीक्षांत समारोह कोई साधारण उत्सव नहीं, बल्कि यह जीवन की एक नई यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है।"

कार्यक्रम की समाप्ति
समारोह के अंत में राज्यपाल ने सभी छात्रों को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कई अन्य प्रमुख अधिकारियों और शिक्षकों की भी उपस्थिति रही। एचबीटीयू के दीक्षांत समारोह ने न केवल छात्रों को उनकी शैक्षणिक यात्रा की सफल समाप्ति का प्रमाण दिया, बल्कि उन्हें अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारियों की भी महत्वपूर्ण सीख दी।

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