Lakhimpur Kheri News : दारोगा का जातिवादी धमकी भरा ऑडियो वायरल, अखिलेश ने किया योगी सरकार पर हमला

UPT | दारोगा का जातिवादी धमकी भरा ऑडियो वायरल

Nov 30, 2024 01:01

लखीमपुर खीरी में तैनात एक दारोगा का जातिवादी धमकी भरा ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक महिला को अपनी जाति का धौंस देकर धमकी दे रहा है।

Lakhimpur Kheri News : लखीमपुर खीरी में तैनात एक दारोगा का जातिवादी धमकी भरा ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक महिला को अपनी जाति का धौंस देकर धमकी दे रहा है। इस ऑडियो में दारोगा खुद को "जात का ठाकुर" बताते हुए महिला को रात दो बजे घर में घुसने और उसे उठा ले जाने की धमकी दे रहा है। यह ऑडियो अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है, और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर योगी सरकार को घेरते हुए हमला बोला है।

दारोगा ने दी महिला को धमकी
ऑडियो में दारोगा राघवेंद्र सिंह महिला से कहता है, "मैं जात का ठाकुर हूं, बहुत बदतमीज किस्म का हूं। ब्राह्मणों का पैर छूता हूं लेकिन पैर पकड़कर पटकना भी जानता हूं।" इसके बाद, वह महिला को धमकाता है कि अगर वह रात दस बजे तक नहीं आती, तो वह रात दो बजे उसके घर में घुस जाएगा, महिला और बच्चों को अपमानित करेगा और उन्हें उठाकर ले जाएगा। इस पूरे घटनाक्रम में दारोगा की आवाज में घबराहट के बजाय आत्मविश्वास साफ सुनाई दे रहा है, जब वह महिला से कहता है कि, "तुमको जो करना हो कर लेना, जो कहना हो कह लेना, अब मैं तुम्हें अपनी ताकत दिखाऊंगा।"



अखिलेश यादव का योगी सरकार पर हमला
इस ऑडियो को शेयर करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा, "यह है भाजपा की ‘नारी वंदना’ का सच। एक स्त्री को धमकी देने वाले दारोगा जी को अगर उप्र के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बर्खास्त नहीं करते, तो यह माना जाएगा कि सब कुछ उनकी वजह से ही हो रहा है।" सपा अध्यक्ष ने इस मुद्दे पर यूपी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए सवाल उठाया है कि अगर इस दारोगा पर कार्रवाई नहीं की जाती, तो इसे सरकार की अनदेखी के रूप में लिया जाएगा।

दारोगा की पहचान और विवाद
वायरल ऑडियो में धमकी देने वाले दारोगा का नाम राघवेंद्र सिंह बताया जा रहा है, और वह लखीमपुर खीरी के पसगवां थाने में तैनात हैं। इस मामले में राजनीतिक और सामाजिक दोनों ही दृष्टिकोण से विरोध हो रहा है, और अब यह देखना होगा कि इस पर प्रशासन क्या कदम उठाता है। यह घटना पुलिस व्यवस्था और राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाती है, खासकर महिलाओं के प्रति पुलिस की संवेदनशीलता को लेकर। अब तक दारोगा के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, लेकिन सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।

Also Read