Raebareli News : रायबरेली के फायर फाइटर ने डेनमार्क में देश का नाम किया रोशन, विश्व स्तर पर हासिल किए 4 गोल्ड मेडल

UPT | फायरफाइटर आनंद प्रताप सिंह

Sep 27, 2024 00:04

रायबरेली में कार्यरत एक फायर फाइटर ने विश्व स्तर पर रायबरेली जिले का नाम रोशन किया है। मूल रूप से उन्नाव जिले के रहने वाले फायर कर्मी...

Raebareli News : रायबरेली में कार्यरत एक फायर फाइटर ने विश्व स्तर पर रायबरेली जिले का नाम रोशन किया है। मूल रूप से उन्नाव जिले के रहने वाले फायर कर्मी आनंद प्रताप सिंह इस समय लालगंज तहसील में फायर स्टेशन में बतौर ड्राइवर के पद पर कार्यरत हैं। डेनमार्क के अल्बर्ग में 7 से 14 सितंबर तक आयोजित हुई 15वें फायर फाइटर गेम्स आयोजित किये गए।



जिसमे दुनिया भर के 57 देशों के फायर ब्रिगेड सर्विस में काम करने वाले करीब 4 हजार खिलाड़ियों ने भाग लिया। जिसमे भारत से 20 और यूपी से कुल 3 फायर फाइटर ने अलग अलग खेलों में प्रतिभाग किया। आनंद प्रताप सिंह ने हैमर थ्रो, डिस्कस थ्रो, शॉट पुट थ्रो सहित 100×4 मीटर की रिले रेस में गोल्ड मेडल हासिल करके जिले के साथ अपने विभाग का नाम रोशन किया है।

अधिकारियों व कर्मचारियों के सहयोग को दिया श्रेय
खिलाड़ी आनंद प्रताप सिंह का कहना है कि विश्व स्तर कि प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए उन्होंने अपने एक डेढ़ से दो लाख रुपए खुद के खर्च से वहन किए हैं। अपनी उपलब्धि पर आनंद प्रताप सिंह ने पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह, फायर स्टेशन अधीक्षक सुनील कुमार सिंह सहित सभी विभाग के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों के सहयोग को श्रेय दिया है। 

बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद
खिलाड़ी आनंद प्रताप सिंह ने कहा कि 15 वां फायरफाइटर गेम्स डेनमार्क देश में आयोजित हुआ था। जो 7 से 14 सितंबर तक चला था ।यूपी से गए तीन खिलाड़ियों में वह भी शामिल थे। रायबरेली से मैंने प्रतिभाग किया था। मेरे द्वारा चार विभिन्न खेलों में गोल्ड मेडल हासिल किए गए हैं। डीजी साहब द्वारा मुझे पूरा प्रोत्साहन दिया गया था। मुख्यमंत्री जी के प्रोत्साहन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि मैं आगे भी बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद करता हूं। हमारे फायर स्टेशन अधीक्षक सुनील कुमार सिंह द्वारा पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह से मुलाकात करवाकर आशीर्वाद प्रदान करवाया। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी मैं कई नेशनल प्रतियोगिता में भाग ले चुका हूं और गोल्ड मेडल व सिल्वर मेडल हासिल किया। नौकरी के साथ-साथ खेल को भी समय देने के लिए समय निकालना पड़ता है। अपनी नौकरी की जिम्मेदारी को पहले निभा कर फिर खेल को मैं समय देता हूं।

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