आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक बालकृष्ण त्रिपाठी का निधन : सीएम योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक, जानें क्या कहा

UPT | आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक बालकृष्ण त्रिपाठी को श्रद्धांजलि देते पदाधिकारी

Aug 20, 2024 17:39

आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक और पूर्व अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख बालकृष्ण त्रिपाठी का मंगलवार सुबह लखनऊ के राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में निधन

Lucknow News : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक बालकृष्ण त्रिपाठी का मंगलवार सुबह लखनऊ के राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में निधन हो गया। उन्हें सीवियर निमोनिया और चेस्ट कंजेक्शन की शिकायत पर संस्थान में भर्ती कराया गया था। सुबह पांच बजकर बीस मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से संघ में शोक की लहर है। उनका अन्तिम संसार अपराह्न तीन बजे कानपुर में गंगा तट स्थित भैरों घाट पर होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संघ के वरिष्ठ प्रचारक बालकृष्ण त्रिपाठी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने शोक प्रकट करते हुए एक्स पर लिखा-आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक, पूर्व अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख और अवध प्रांत के पूर्व प्रांत प्रचारक बालकृष्ण जी का निधन अत्यंत दुःखद है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!

ब्रजेश पाठक समेत संघ के पदाधिकारियों ने अर्पित की पुष्पांजलि
अस्पताल में औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उनके पार्थिव शरीर को लखनऊ स्थित संघ कार्यालय भारती भवन लाया गया। यहां ब्रजेश पाठक और संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार समेत आरएसएस के पदाधिकारियों और स्वयं सेवकों ने स्व. बालजी के पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित की। अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर दोपहर 1 बजे भारती भवन से कानपुर के केशव भवन (प्रांत कार्यालय) ले जाया जाएगा। इसके बाद उनके पैतृक निवास से दोपहर तीन बजे अंतिम यात्रा भैरव घाट के लिए रवाना होगी।

नौकरी छोड़कर 1962 में बने संघ प्रचारक
संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बालकृष्ण त्रिपाठी मूल रूप से कानपुर देहात के निवासी थे। उनके पिता मन्नूलाल त्रिपाठी और माता शान्ति देवी थे। बालकृष्ण का जन्म 05 मार्च 1937 को कंठीपुर गांव में हुआ था। पांच भाईयों में वे दूसरे नंबर पर थे। उन्होंने कानपुर के डीएवी कॉलेज से एम.काम किया था। शिक्षा पूरी होने के बाद कानपुर के एर्गन मिल में सेवारत थे। कानपुर के तत्कालीन विभाग प्रचारक स्व. अशोक सिंहल की प्रेरणा से नौकरी छोड़कर सन 1962 में संघ के प्रचारक बने। उन्होंने संघ के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। जिसमें अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक और अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख के रूप में उनका योगदान शामिल है। आपातकाल के समय आपने कानपुर में भूमिगत होकर सक्रिय रूप काम किया।

बालकृष्ण त्रिपाठी का प्रचारक जीवन
  • 1962 में बिल्हौर से प्रचारक बने
  • तहसील प्रचारक बिल्हौर
  • नगर प्रचारक कानपुर
  • जिला प्रचारक
  • विभाग प्रचारक
  • प्रांत शारीरिक प्रमुख
  • सह प्रांत प्रचारक
  • प्रांत प्रचारक अवध प्रांत
  • संयुक्त क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख, यूपी व उत्तराखंड
  • अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख
  • आदि दायित्वों का आपने निर्वहन किया

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