LGBTQ समुदाय के लिए लोग बदलें अपना नजरिया : समाज में भेदभाव मिटाने-अधिकारों के लिए निकाली गई प्राइड वॉक

UPT | Transgender Pride Walk

Sep 29, 2024 17:44

प्रियंका सिंह रघुवंशी ने कहा कि सबसे पहले परिवार की परेशानी होती है, शिक्षा को लेकर हमें संघर्ष करना पड़ता है। बाहर रहना काफी मुश्किल होता है। इसके अलावा मेंटल हेल्थ हमारी बड़ी समस्या है। स्वास्थ्य समस्याओं के लिहाज से भी सरकार के स्तर पर हमारे लिए काफी कुछ करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिस तरह शेरों का झुंड होता है, उसी तरह हम प्राइव वॉक के जरिए अपनी समस्याओं के प्रति समाज को अवगत कराना चाहते हैं।

Lucknow News : राजधानी में रविवार को आयोजित ट्रांसजेंडर प्राइड परेड में ट्रांसजेंडर, किन्नर और समलैंगिक समुदाय के सदस्यों ने हिस्सा लिया। इस परेड का उद्देश्य समाज में ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति भेदभाव को समाप्त कर उनके लिए समानता और सम्मान का वातावरण सुनिश्चित करना था। परेड की शुरुआत लोहिया चौराहे से हुई और इसका समापन 1090 चौराहे पर किया गया।

ट्रांसजेंडर समुदाय को लेकर सामाजिक जागरूकता पर जोर
शिव ट्रांसजेंडर फाउंडेशन और ट्रांसजेंडर गौरव यात्रा समिति की ओर से आयोजित इस मार्च में ट्रांसजेंडर समुदाय को सरकारी योजनाओं, स्वास्थ्य सेवाओं, कौशल विकास और शिक्षा के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम के माध्यम से ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को सामाजिक और आर्थिक सशक्तीकरण पर जोर दिया गया। इस आयोजन के दौरान एकता माहेश्वरी और मास्क द रॉक बैंड के कबीर राजपूत, आदित्य अग्रहरि आदि ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। साथ ही लोगों को स्वच्छता और सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए प्रेरित किया गया।



समाज में भेदभाव के खिलाफ आवाज
आयोजक प्रियंका सिंह रघुवंशी ने कहा कि हम लोग भारत की दूसरी ट्रांसजेंडर प्राइड वॉक लखनऊ शहर में ऑर्गेनाइज कर रहे हैं, जिसका मकसद ट्रांसजेंडर के प्रति लोगों से अपना नजरिया बदलने की अपील करना है। ट्रांसजेंडर समुदाय के व्यक्ति को शुरुआत से ही कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। परिवार से लेकर समाज में हर कदम पर उसे भेदभाव का शिकार होना पड़ता है। इस प्राइड वॉक के जरिए हम ये संदेश देना चाहते हैं कि हम आपसे बहुत कुछ नहीं चाहते, बस प्यार चाहते हैं। हमें घर से लेकर सामाजिक माहौल में तिरस्कार का सामना करना पड़ता है। हम सिर्फ दुनिया के सहारे जीते हैं। अगर यहां भी हमें अपमान और पक्षपात झेलना पड़ता रहेगा तो हमारे लिए जीना मुश्किल हो जाएगा। 

मेंटल हेल्थ बड़ी समस्या, स्वास्थ्य सेक्टर में सुविधाएं मिलना बेहद जरूरी
प्रियंका सिंह रघुवंशी ने कहा कि सबसे पहले परिवार की परेशानी होती है, शिक्षा को लेकर हमें संघर्ष करना पड़ता है। बाहर रहना काफी मुश्किल होता है। इसके अलावा मेंटल हेल्थ हमारी बड़ी समस्या है। स्वास्थ्य समस्याओं के लिहाज से भी सरकार के स्तर पर हमारे लिए काफी कुछ करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिस तरह शेरों का झुंड होता है, उसी तरह हम प्राइव वॉक के जरिए अपनी समस्याओं के प्रति समाज को अवगत कराना चाहते हैं, वहीं अपने लोगों को भी विभिन्न मुद्दों पर प्रति जागरूक करना हमारा अहम मकसद है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति अपनी सोच बदलें और उन्हें अपने जीवन का एक अभिन्न हिस्सा मानें।

समाज आज भी नहीं कर रहा स्वीकार 
उन्होंने कहा कि सच्चाई ये है कि LGBTQ समुदाय से आने वाले लोगों को हमारा समाज आज भी स्वीकार करने में हिचकता है। हमें स्वीाकर नहीं किया जा रहा है। अब समय आ गया है कि लोग अपना नजरिया बदले। किसी सामान्य घर में पैदा होने वाला बच्चा अगर किन्नर होता है तो उसमें उसकी क्या गलती है? माता-पिता को चाहिए कि बच्चा किन्नर हो या जैसा भी उसे स्वीकार करें। हमें कर कदम पर अपना अधिकार हासिल करने के लिए संघर्षों का सामना करना पड़ता है। रिकॉर्ड में जल्दी हमारा नाम नहीं चढ़ता है। ताली फिल्म ने हमारे समाज के दर्द को बयान किया गया। लेकिन, कुछ एक फिल्मों से लोग हमारी तकलीफों से वाकिफ नहीं हो सकते। इस तरह की और अधिक फिल्में बननी चाहिए, जिससे लोग हमारे बारे में जान सकें, हमारी तकलीफों को समझकर हमसे दूरी नहीं बनाए रखें।

सकारात्मक दिशा में बढ़ते कदम
कार्यक्रम में किन्नर कल्याण बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष सोनम किन्नर भी शामिल हुईं। उन्होंने इस आयोजन को ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि यह आयोजन उनके सम्मान और स्वीकृति के लिए एक सकारात्मक दिशा में बढ़ता कदम है।

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