विश्व गर्भनिरोधक दिवस : लखनऊ में प्राइवेट अस्पतालों में स्थापित होंगे फेमिली प्लानिंग काउंसिलिंग कार्नर

UPT | विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर कार्यशाला

Sep 26, 2024 21:01

विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर आयोजित संवेदीकरण कार्यशाला में बताया गया कि प्रसवोत्तर परिवार नियोजन सेवाओं से जोड़ने, क्षमता निर्माण और आंकड़ों के संग्रह पर जोर दिया जा रहा है

Lucknow News : शहरी क्षेत्र में परिवार नियोजन सेवाओं को और गुणवत्तापूर्ण बनाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया है। इसी कड़ी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में गुरुवार को द चैलेंज इनिशिएटिव (टीसीआई)-पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल इंडिया (पीएसआई इंडिया) के सहयोग से निजी अस्पतालों के चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ की संवेदीकरण कार्यशाला आयोजित की गई। 

गर्भनिरोधक साधनों को अपनाने के लिए महिलाओं को प्रेरित करने पर जोर
कार्यशाला में प्रसव पश्चात और गर्भ समापन पश्चात गर्भनिरोधक साधनों को अपनाने के लिए महिलाओं को प्रेरित करने और उच्च गुणवत्तापूर्ण सेवाओं को प्रदान के बारे में विस्तार से बताया गया। इसके साथ ही प्रदान की जाने वाली परिवार नियोजन सेवाओं को हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पोर्टल पर हर महीने निश्चित रूप से अपलोड करने के बारे में भी जानकारी दी गयी। 



40 प्राइवेट अस्पतालों के चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ हुआ शामिल
इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डॉ. ए.पी. सिंह ने कहा कि निजी अस्पताल अपने यहां फेमिली प्लानिंग काउंसिलिंग कार्नर स्थापित करें ताकि लोगों को गर्भनिरोधक साधनों के फायदे के बारे में भलीभांति समझाया जा सके। विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर आयोजित संवेदीकरण कार्यशाला में बताया गया कि प्रसवोत्तर परिवार नियोजन सेवाओं से जोड़ने, क्षमता निर्माण और आंकड़ों के संग्रह पर जोर दिया जा रहा है ताकि योजनाओं के निर्माण में उनका सही इस्तेमाल किया जा सके। प्रशिक्षण कार्यक्रम में करीब 40 निजी अस्पताल के चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ ने प्रतिभाग किया, जिन्हें परिवार नियोजन सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। 

सुरक्षित प्रसव के बाद डिस्चार्ज होने तक का समझाया प्रोटोकाल
प्रसव पूर्व जांच और काउंसिलिंग से लेकर अस्पताल में सुरक्षित प्रसव के बाद डिस्चार्ज होने तक के बीच अपनाए जाने वाले प्रमुख प्रोटोकाल के बारे में भी समझाया गया। इसमें रिसेप्शनिस्ट से लेकर चिकित्सक तक की अहम भूमिका हो सकती है। बास्केट ऑफ च्वाइस में उपलब्ध परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी गर्भनिरोधक साधनों के फायदे के बारे में भी जानकारी दी गयी। इसके साथ ही परिवार कल्याण सेवाओं को हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पोर्टल पर हर महीने निश्चित रूप से अपलोड करने के बारे में भी जानकारी दी गयी। एचएमआईएस आपरेटर आनन्द ने प्रतिभागियों को पोर्टल के बारे प्रशिक्षित किया। इस मौके पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ज्योति, पीएसआई-इंडिया की तरफ से डॉ. संगीता गोयल, ईप्शा सिंह, अनिल द्विवेदी, मनोज, प्रवीन आदि उपस्थित रहे।

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