बदलता उत्तर प्रदेश : मेरठ में बनी नई टाउनशिप की खासियत जान हो जाएंगे हैरान, एनसीआर के प्रमुख शहरों में पहुंचना होगा आसान

UPT | मेरठ विकास प्राधिकरण विकसित करेगा नई टाउनशिप

Jan 28, 2025 09:59

आरआरटीएस स्टेशन, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, मोहिउद्दीनपुर स्टेशन की दूरी इस टाउनशिप से मात्र डेढ़ किमी. होगी।

Short Highlights
  • पांच करोड़ रुपये की लागत से 84 हेक्टेयर जमीन की खरीद पूरी
  • ग्रामीण इलाकों में फीडर मार्ग से होगी नई टाउनशिप की कनेक्टिविटी
  • पहले फेज के अंतर्गत 142 हेक्टेयर में विकसित होगी इंटीग्रेटेड टाउनशिप 
Meerut News : मेरठ विकास प्राधिकरण यानी मेडा की टाउनशिप ऐसी पहली टाउनशिप होगी। जिसमें सभी प्रकार की सुविधाएं होंगी। मेडा की ये टाउनशिप एनसीआर के सभी जिलों से कनेक्ट होगी। जिससे कि इस टाउनशिप से कहीं भी पहुंचना आसान हो। मेडा ने नई टाउनशिप के लिए साढ़े पांच करोड़ रुपये से 84 हेक्टेयर जमीन की खरीद की प्रक्रिया पूरी कर ली है। मेरठ में बनने वाली ये हाइटेक टाउनशिप में आईटी सेक्टर विकसित किए जाएंगे।

फीडर मार्ग से कनेक्ट होगी
टाउनशिप हाईवे के साथ ही कुछ ग्रामीण इलाकों में फीडर मार्ग से कनेक्ट होगी। टाउनशिप ऐसी जगह विकसित की जाएगी। जहां से नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद पहुंचना काफी आसान होगा। इसी के साथ यहां न केवल लोग रहेंगे बल्कि उद्योग भी लगाए जाएंगे।

मेडा 142 हेक्टेयर में इंटीग्रेटेड टाउनशिप विकसित करेगा
पहले चरण में मेडा 142 हेक्टेयर में इंटीग्रेटेड टाउनशिप विकसित करेगा। टाउनशिप जहां होगी वहां स्पेशल डवलपमेंट एरिया (एसडीए) भी प्रस्तावित है। एनसीआरटीसी ने यहां मिश्रित भू उपयोग रखा है। इस टाउनशिप में रिहाइशी इलाके के साथ ही औद्योगिक गतिविधियां संचालित की जाएगी। मेरठ साउथ स्टेशन पर रैपिड और मेट्रो दोनों ट्रेनों की सुविधा मेरठवासियों को मिलेगी। रैपिड भी चल रही है। मेरठ से हाईस्पीड नमो भारत ट्रेन से आसानी से एनसीआर में पहुंचा जा सकेगा। इसके अलावा नए बस टर्मिनल बनाए जाएंगे। 

टाउनशिप की खासियत होगी
टाउनशिप की खासियत होगी कि शहर के साथ आसपास के जिलों में आना-जाना बेहद आसान होगा। आरआरटीएस स्टेशन, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, मोहिउद्दीनपुर स्टेशन की दूरी इस टाउनशिप से मात्र डेढ़ किमी. होगी। नए टाउनशिप की मेरठ सिटी स्टेशन से दस और परतापुर रेलवे स्टेशन से चार किमी. की दूरी होगी। जून तक मोदीपुरम से पूरे मेरठ में रैपिड शुरू करने का लक्ष्य है। दिल्ली व जेवर से कनेक्टिविटी से दुनियाभर में सामान निर्यात किया जा सकेगा। हाइवे के साथ परतापुर, गगोल आदि क्षेत्र के ग्रामीण भी फीडर मार्ग के जरिए टाउनशिप जुड़ेगे।

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