किसान ने कर्ज उतारने के लिए अपना मकान बेच दिया था जिसके चलते उसकी पत्नी नाराज थी और मायके चली गई थी।
Short Highlights
कर्ज के चलते किसान काफी तनाव में चल रहा था
किसान के आत्महत्या की घटना से मचा हड़कंप
आज सुबह शीशम के पेड़ से लटका मिला शव
Meerut News : मेरठ के खरखौदा थाना क्षेत्र के गांव खंदरावली में एक किसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली है। किसान कर्ज के चलते पिछले कई महीने से तनाव में चल रहा था। किसान ने कर्ज उतारने के लिए अपना मकान बेच दिया था जिसके चलते उसकी पत्नी नाराज थी और मायके चली गई थी। इससे किसान और अधिक तनाव में आ गया था। किसान कल रात से लापता चल रहा था।
शव शीशम के पेड़ पर लटका देख
आज शुक्रवार को सुबह किसान का शव पेड़ से लटका मिला। इससे इलाके में इलाके में सनसनी फैल गई। रास्ते से गुजर रहे ग्रामीणों ने किसान का शव शीशम के पेड़ पर लटका देख थाना पुलिस को जानकारी दी। ग्रामीणों ने आशंका जताई कि किसान ने कर्ज के चलते आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने पर खुदकुशी की है।
परिजनों ने रात में काफी खोजबीन की
खंदावली निवासी महेश गिरी पुत्र नानक चंद गिरी गुरुवार की शाम लापता हो गए थे। परिजनों ने रात में काफी खोजबीन की लेकिन कोई पता नहीं चला। शुक्रवार सुबह किसान खंदरावली खरखौदा संपर्क मार्ग पर पहुंचे तो वहां खेत में शीशम के पेड़ से महेश गिरी की लाश लटकी मिली। सूचना पर पुलिस पहुंच गई तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
मकान का आधा हिस्सा बेच दिया
पुलिस के मुताबिक, मृतक किसान पर बड़ा कर्ज था। जिस कारण आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर चल रही थी। महेश गिरी अपनी कृषि भूमि को पहले बेच चुका था। बताया जा रहा है कि कर्जदारों के तकादे के कारण दो दिन पहले महेश गिरी ने मकान का आधा हिस्सा बेच दिया। चर्चा है कि मकान बेचने से पत्नी नाराज हुई वह अपने मायके चली गई। महेश गिरी अपने समाज के एक व्यक्ति की जमीन बंटाई पर लेकर अपना घर का खर्च चला रहा था। परिवार वालों का कहना है कि पत्नी के चले जाने के कारण उसने खुदकुशी की है।