अगर कोई अपना चेंबर खोलता है या फिर प्रैक्टिस करता पाया जाता है तो उसको 5000 रुपये का जुर्माना देना होगा।
Short Highlights
कचहरी परिसर में हड़ताल पर बैठे हैं अधिवक्ता
तहसील परिसर के अधिवक्ता भी हड़ताल में शामिल
तहसील में नहीं हुआ कोई बैनामा और रजिस्ट्री
Ghaziabad News : गाजियाबाद जिला जज की अदालत में अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में हड़ताल जारी है। कचहरी में जिला जज को हटाने और उनके बर्खास्तगी को लेेकर अधिवक्ता धरने पर बैठे हैं। गाजियाबाद बार एसोसिएशन ने अधिवक्ताओं के लिए निर्देश जारी किए हैं कि अगर कोई अपना चेंबर खोलता है या फिर प्रैक्टिस करता पाया जाता है तो उसको 5000 रुपये का जुर्माना देना होगा। बार एसोसिएशन के आहवान पर जिले की तहसीलों में वकीलों ने रजिस्ट्री कार्य बंद कर सहयोग दिया है।
पूर्व बार अध्यक्ष राम अवतार गुप्ता के नेतृत्व में
वकीलों के आंदोलन को लेकर चल रही हड़ताल की रूपरेखा तैयार करने के लिए पूर्व बार अध्यक्ष राम अवतार गुप्ता के नेतृत्व में एक समन्वय समिति का गठन किया गया है। समिति में पूर्व अध्यक्ष विजय पाल सिंह, पूर्व अध्यक्ष राकेश त्यागी काकड़ा, पूर्व अध्यक्ष अनिल पंडित, पूर्व अध्यक्ष मुनीष कुमार त्यागी, पूर्व सचिव अतुल्य शर्मा, पूर्व सचिव विजय पाल सिंह यादव, पूर्व सचिव विजय कुमार वर्मा इत्यादी हैं।
कलम बंद हड़ताल पूर्व रूप से वकील न्यायिक कार्य से विरत रहे
कचहरी परिसर में चल रहे क्रमिक अनशन में पूर्व सचिव राजेंद्र चौधरी, विजय पाल यादव और मुकेश त्यागी ने शाम तक बैठे हैं। बार अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि कलम बंद हड़ताल पूर्व रूप से वकील न्यायिक कार्य से विरत रहे। इस दौरान तहसील संघ द्वारा भी किसी प्रकार का कोई कार्य नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि हड़ताल के दौरान अगर किसी वकील ने चेंबर खोला तो उससे पांच हजार रुपये वसूले जाएंगे और उसको बार एसोसिएशन से सदस्यता निरस्त की कार्रवाई की जाएगी।