कनाडा में रहने वाली एनआरआई महिला को प्रेम जाल में फंसाकर उसकी प्रॉपर्टी हड़पने का प्रकरण सामने आया है...
Ghaziabad News : कनाडा में रहने वाली एनआरआई महिला को प्रेम जाल में फंसाकर उसकी प्रॉपर्टी हड़पने का प्रकरण सामने आया है। आरोप है कि महिला की दिल्ली स्थित करोड़ की प्रॉपर्टी हड़पने में नाकाम रहने पर उसके पति ने उससे कूटरचित तरीके से तलाक ले लिया। महिला के माता-पिता की बचपन में मृत्यु हो चुकी है। पीड़िता कनाडा में पढ़ाई के बाद जॉब कर रही थी। इस पूरे प्रकरण में ठगे जाने के बाद पीड़ित महिला ने गाजियाबाद कोर्ट की शरण ली है। याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आरोपी पीड़िता के पति पर केस चलाने का आदेश दिया है।
यह है पूरा मामला
दक्षिण दिल्ली स्थित वसंत कुंज निवासी गीतांजली ने बताया कि उसके माता-पिता की बचपन में मृत्यु हो चुकी है। वर्ष 2001 में उसकी छोटी बहन की भी लंबी बीमारी के चलते मृत्यु हो गई थी। वह वसंत कुंज स्थित घर में अकेली रह रही थी। जर्मनी में रहने वाले उसके मामा ने गीतांजली को आगे पढ़ने के लिए कनाडा भेज दिया, जहां पढ़ाई पूरी करने के बाद वह नौकरी करने लगी। आरोप है कि इस दौरान गीतांजलि के मामा ने वसंत कुंज स्थित उसके घर पर कब्जा कर लिया। जिसे वापस पाने के लिए वह दिल्ली के पीतमपुरा निवासी करण सिंह ठुकराल नाम के अधिवक्ता के संपर्क में आई। अधिवक्ता करण सिंह ठुकराल ने कोर्ट केस के जरिए अंजलि को वसंत कुंज स्थित उसके घर पर कब्जा दिलवा दिया।
कोर्ट ने मुकदमा के दिए आदेश
गीतांजली का आरोप है कि दक्षिण दिल्ली स्थित करोड़ों के घर को देखकर अधिवक्ता करण सिंह के मन में लालच आ गया। गीतांजली ने बताया कि अधिवक्ता करण सिंह ठुकराल ने प्रॉपर्टी को पाने के लिए गीतांजलि से झूठी मोहब्बत का नाटक रचा। इस दौरान उसने गीतांजली को शादी के लिए प्रपोज किया। गीतांजली भी उसकी बातों में आ गई और 10 जनवरी 2014 को दोनों ने कनाडा में कोर्ट मैरिज कर ली। जिसके बाद दोनों ने 2 मई 2015 को भारत में सिख रीति-रिवाज के साथ शादी की। गीतांजली का आरोप है कि इस दौरान उसके पति और ससुराल वालों ने उसकी प्रॉपर्टी पाने के लिए उसे जान से मारने की कोशिश की, लेकिन वे असफल रहे। जिसके बाद अधिवक्ता करण सिंह ठुकराल ने कोर्ट को गुमराह कर एक पक्षीय विवाह विच्छेदन के आदेश गाजियाबाद कोर्ट से करा लिए। अधिवक्ता द्वारा बिछाए गए षड्यंत्र के विरुद्ध गीतांजली ने गाजियाबाद कोर्ट में याचिका दायर की, याचिका का संज्ञान लेते हुए गाजियाबाद कोर्ट ने अधिवक्ता पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।