कौन हैं डॉ. राजकुमार सांगवान : चौधरी चरण सिंह ने नेता बनाया, अब जयंत दे रहे सांसद बनने का मौका

UPT | डॉ. राजकुमार सांगवान

Mar 05, 2024 00:31

चौधरी चरण सिंह का आशीर्वाद लेकर राजनीति शुरू करने वाले मेरठ के डॉ. राजकुमार सांगवान को तीसरी पीढ़ी के नेता जयंत ने टिकट देकर बड़ा संदेश दिया…

Short Highlights
  • डॉ. राजकुमार सांगवान ने मेरठ कॉलेज से एमए किया।
  • वह मेरठ कॉलेज में इतिहास के प्रोफेसर रहे हैं।
  • सांगवान 1980 में पहली बार बागपत के माया त्यागी कांड में हुए आंदोलन में जेल गए।
Noida (पंकज विशेष): बागपत से राजकुमार सांगवान रालोद-भाजपा गठबंधन के प्रत्याशी होंगे। रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। राजकुमार सांगवान की पहचान रालोद के समर्पित नेता के रूप में है। वह पिछले लगभग साढ़े चार दशक से रालोद की राजनीति कर रहे हैं।
 
छात्र और किसानों की राजनीति 
चौधरी चरण सिंह का आशीर्वाद लेकर राजनीति शुरू करने वाले मेरठ के डॉ. राजकुमार सांगवान को तीसरी पीढ़ी के नेता जयंत ने टिकट देकर बड़ा संदेश दिया है। छात्र और किसानों की राजनीति करने वाले डॉ. राजकुमार सांगवान जमीनी राजनीति के लिए जाने जाते रहे हैं।

पार्टी के लिए पूरा जीवन समर्पित किया
डॉ. राजकुमार सांगवान ने मेरठ कॉलेज से एमए किया। उन्होंने चौधरी चरण सिंह के ऊपर पीएचडी की। वह मेरठ कॉलेज में इतिहास के प्रोफेसर रहे हैं। सांगवान 1980 में पहली बार बागपत के माया त्यागी कांड में हुए आंदोलन में जेल गए। इसके अलावा वे कई बार छात्र और किसान आंदोलनों में जेल गए। उन्होंने पार्टी के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया और विवाह तक नहीं किया। कई बार दूसरी पार्टी से टिकट के लिए ऑफर मिला लेकिन उन्होंने ये कहते हुए इनकार कर दिया कि चौधरी चरण सिंह से प्रेरित होकर राजनीति में आए, आजीवन पार्टी नहीं छोड़ेंगे।

रालोद में ऐसा रहा सफर
डॉ. राजकुमार सांगवान 1982 में वे मेरठ में रालोद जिला उपाध्यक्ष बने। वर्ष 1986 में छात्र रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए गए। फिर 1990 में मेरठ के युवा रालोद के जिलाध्यक्ष भी रहे। वर्ष 1995 में उन्हें झारखंड और बिहार का चुनाव प्रभारी बनाया गया। वह प्रदेश महामंत्री और प्रदेश संगठन महामंत्री के पदों पर भी रहे। वर्तमान में वह रालोद के राष्ट्रीय सचिव हैं।

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