कुदंरकी में मुस्लिम मतदाताओं का बदलता रुख : बीजेपी ने सपा के गढ़ में लगाई सेंध, ढहता दिख रहा सपा का गढ़

UPT | BJP ने सपा की वर्चस्व वाली सीट में लगाई सेंध

Nov 23, 2024 13:20

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की कुदंरकी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजों पर सबकी नजर टिकी हुई है। यहां 60 फीसदी से अधिक मतदाता हैं। इसलिए यह सीट सपा का गढ़ रही है...

Moradabad New : उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की कुदंरकी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजों पर सबकी नजर टिकी हुई है। यहां 60 फीसदी से अधिक मतदाता हैं। इसलिए यह सीट सपा का गढ़ रही है, लेकिन चुनाव परिणाम के अबतक के रुझान देखकर ऐसा लग रहा है कि इस बार बीजेपी ने सपा के गढ़ में सेंध लगा दी है। चढ़ते हुए दिन के साथ यहां अब सपा का गढ़ ढहता दिख रहा है। 

सपा को लग सकता है झटका
कुदंरकी उपचुनावों के नतीजों में  शुरूआती रुझानों में सपा के उम्मीदवार हाजी मोहम्मद रिजवान ने पहले स्थान पर थे, लेकिन जैसे-जैसे वोटों की गिनती आगे बढ़ी, बीजेपी के उम्मीदवार रामवीर सिंह ने बढ़त बनानी शुरू कर दी। अगर बीजेपी इसी गति को बनाए रखती है तो यह सपा के लिए एक बड़ा झटका होगा क्योंकि कुदंरकी सीट पर सपा ने 2012 से लगातार जीत दर्ज की है।

मुस्लिम मतदाता तय करते हैं जीत
कुदंरकी सीट पर 60 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं, जो चुनाव परिणामों में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इस सीट के जातीय समीकरण को देखते हुए सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का यहां विशेष प्रभाव रहा है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इस बार वोटों का ध्रुवीकरण हुआ तो बीजेपी का 31 साल का सूखा समाप्त हो सकता है। पिछली बार 2022 में सपा के जियाउर रहमान बर्क ने यहां जीत हासिल की थी जिसमें उन्हें 1,25,792 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के कमल प्रजापति को 82,630 वोट मिले थे।



भाजपा पर चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप का आरोप
चुनाव के बाद सपा ने बीजेपी पर चुनाव को प्रभावित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी ने इस मामले में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कुदंरकी, सीसामऊ और मीरापुर सीटों पर दोबारा चुनाव कराने की मांग की है। सपा के नेताओं का आरोप है कि बीजेपी ने चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप किया जिससे सपा के उम्मीदवारों को नुकसान हुआ। क्या कुदंरकी में बीजेपी की जीत अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी सपा के वर्चस्व को चुनौती देगी? क्या यह एक नए राजनीतिक युग की शुरुआत है? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में स्पष्ट होंगे, लेकिन इस बार कुदंरकी की चुनावी बिसात पर बीजेपी ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

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