संभल हिंसा : मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की मदद, घायलों का इलाज कराएगा जमीयत उलमा-ए-हिंद

UPT | संभल हिंसा

Nov 30, 2024 00:03

जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा जमीयत उलमा-ए-हिंद ने की है।

Sambhal News : जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा जमीयत उलमा-ए-हिंद ने की है। यह जानकारी जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने रजबपुर में आयोजित एक बैठक के दौरान दी।

जमीयत उलमा-ए-हिंद की घोषणा
मौलाना मदनी ने कहा कि हिंसा में घायल हुए लोगों के इलाज के लिए उचित प्रबंध किए जाएंगे। मुरादाबाद के टीएमयू अस्पताल में भर्ती घायलों से मिलने के बाद जमीयत के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस बात की पुष्टि की। इस दौरान मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने घायलों के पांव में बेड़ियां डाल दी हैं और इलाज के दौरान उन पर दबाव डालकर उनके बयान बदलवाए जा रहे हैं।



पुलिस पर आरोप
जमीयत उलमा-ए-हिंद ने हिंसा के प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाने के लिए राहत कमेटी और कानूनी कमेटी का गठन किया है। इस राहत कमेटी का उद्देश्य घायलों और मृतकों के परिजनों को शीघ्र सहायता प्रदान करना है। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी हिंसा की जांच के लिए एक 15 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को संभल भेजने का फैसला किया है। सपा राज्य अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के निर्देश पर यह प्रतिनिधि मंडल हिंसा की परिस्थितियों का विवरण एकत्र करेगा और रिपोर्ट को पार्टी प्रमुख को सौंपेगा।

सपा का प्रतिनिधि मंडल
इस प्रतिनिधिमंडल में विपक्ष के नेता मता प्रसाद पांडे, विधान परिषद में विपक्ष के नेता लाल बिहारी यादव, सांसद ज़ियाउर्रहमान बारक, हरेंद्र मलिक, रुचि वीर, इक़रा हसन और नीराज मौर्य सहित कई प्रमुख नेता शामिल होंगे। यह दौरा पहले स्थगित कर दिया गया था, लेकिन बाद में प्रदेश के पुलिस प्रमुख से बात करने के बाद इसे अनुमति दी गई। सपा नेताओं ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ बिना किसी ठोस आधार के FIR दर्ज की है।

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