सीबीआई जांच : नीट परीक्षार्थियों ने किया प्रदर्शन, परीक्षा दोबारा कराने की मांग, अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़

UPT | प्रदर्शन करते नीट के परीक्षार्थी

Jun 08, 2024 19:42

4 जून को जारी हुए रिजल्ट को लेकर देश के कई हिस्सों के बाद अब संगम नगरी प्रयागराज में भी अभ्यर्थियों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया…

Short Highlights
  • नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित किए गए टेस्ट को रद्द किए जाने की मांग
  • इस मामले में सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए और गड़बड़ी की बात सामने आने पर परीक्षा को रद्द करें
  • अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वह अपना आंदोलन और तेज करने को मजबूर होंगे।
Prayagraj News : मेडिकल की पढ़ाई में दाखिले के लिए होने वाले नीट टेस्ट के नतीजों को लेकर अभ्यर्थियों की नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। 4 जून को जारी हुए रिजल्ट को लेकर देश के कई हिस्सों के बाद अब संगम नगरी प्रयागराज में भी अभ्यर्थियों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों ने गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अपने साथ अनदेखी किए जाने और भविष्य से खिलवाड़ किए जाने का गंभीर आरोप लगाया है। अभ्यर्थियों ने प्रवेश परीक्षा को रद्द कर इसे दोबारा कराए जाने की मांग की है।   अभ्यर्थियों का साफ आरोप, इस बार के नतीजे में काफी कुछ बदलाव किया गया
अभ्यर्थियों का साफ आरोप है कि इस बार के नतीजे में काफी कुछ बदलाव किया गया है। तमाम अभ्यर्थियों को पूरे 100 फ़ीसदी नंबर दिए गए हैं। कुछ खास संस्थान के अभ्यर्थी ही मेरिट में ज्यादा जगह पाए हैं। ग्रेस मार्क्स के जरिए भी तमाम लोगों को ज्यादा कामयाबी मिली है।इस बार अचानक मेरिट काफी ऊपर चली गई है, जिसके चलते सामान्य अभ्यर्थियों को अब कॉलेज में दाखिला पाना भी मुश्किल हो रहा है।     नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित किए गए टेस्ट को रद्द किए जाने की मांग
प्रयागराज के अभ्यर्थियों ने आज सिविल लाइंस इलाके में स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जताई है और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित किए गए टेस्ट को रद्द किए जाने की मांग की है। अभ्यर्थियों का कहना है कि यह नतीजा हैरान कर देने वाला हैं। इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की आशंका से कतई इंकार नहीं किया जा सकता। इस मामले में सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए और गड़बड़ी की बात सामने आने पर परीक्षा को रद्द कर इस नए सिरे से कराया जाना चाहिए। अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वह अपना आंदोलन और तेज करने को मजबूर होंगे, क्योंकि यह रिजल्ट उन्हें किसी भी कीमत पर कतई मंजूर नहीं है।

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