जस्टिस शेखर का विवादित बयान : विशेष समुदाय के बारे में बोलकर फंसे हाईकोर्ट के जज, सुप्रीम कोर्ट करेगा जांच

UPT | इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर कुमार यादव

Dec 10, 2024 23:58

सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर कुमार यादव द्वारा रविवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में दिए गए विवादित भाषण पर संज्ञान लिया है। कोर्ट ने मामले की जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट से भाषण का ब्यौरा मांगा है।

Prayagraj News : सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर कुमार यादव द्वारा रविवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में दिए गए विवादित भाषण पर संज्ञान लिया है। कोर्ट ने मामले की जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट से भाषण का ब्यौरा मांगा है। यह मामला तब सामने आया जब चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना को जस्टिस यादव के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग करने वाली शिकायतें मिलीं।

अखबारों में छपी खबरों पर संज्ञान
कोर्ट ने इस पर एक बयान जारी करते हुए कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर कुमार यादव द्वारा दिए गए भाषण की अखबारों में छपी खबरों पर संज्ञान लिया है। हाईकोर्ट से जानकारी मांगी गई है और मामला विचाराधीन है।" अब इस मामले पर उच्च न्यायालय से रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।


कार्यक्रम में विवादित बयान
जस्टिस शेखर कुमार यादव ने रविवार को प्रयागराज में विश्व हिंदू परिषद की लीगल सेल के कार्यक्रम में विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत बहुसंख्यकों की इच्छा के अनुसार चलेगा और यह उन्होंने हाईकोर्ट के जज के रूप में नहीं, बल्कि समाज और परिवार में चलने वाली सामान्य सोच के रूप में कहा। इसके अलावा, उन्होंने "कठमुल्ला" शब्द का उपयोग करते हुए कहा कि ऐसे लोग देश की प्रगति में रुकावट डालते हैं और उनसे सावधान रहने की आवश्यकता है। जस्टिस शेखर ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर भी टिप्पणी की, कहाकि भारत एक देश है और यहां सभी नागरिक भारतीय हैं, इसलिए देश के लिए एक समान कानून होना चाहिए। उन्होंने इस दौरान हलाला और तीन तलाक जैसी प्रथाओं पर भी आपत्ति जताते हुए कहा कि ये देश में नहीं चल सकतीं। उनका यह बयान विवादों में घिर गया है और अब सुप्रीम कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया है।

जस्टिस  के बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
जस्टिस शेखर कुमार यादव के विवादित बयान पर राजनीतिक भूचाल आ गया है। नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "प्रयागराज यूपी में विश्व हिंदू परिषद के कार्यक्रम में हाईकोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव का बयान न्यायिक गरिमा, संविधान के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों और समाज में शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी का गंभीर उल्लंघन है।

विवादित भाषण पर सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान
सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश, न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव द्वारा दिए गए एक भाषण की अखबारों में प्रकाशित रिपोर्ट का संज्ञान लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में उच्च न्यायालय से विवरण और जानकारी मांगी है और मामला अब विचाराधीन है।

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