महाकुंभ मेला : तैयारियां अंतिम चरण में, 33 दिन शेष, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशानुसार 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण

UPT | मेले के कार्य की जानकारी देते अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी।

Dec 11, 2024 19:58

संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ मेले की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्य समय पर पूरा कर लिया जाएगा।

Prayagraj News : संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। मेला प्राधिकरण ने कई महीनों पहले से इस महाआयोजन के लिए कार्यों की शुरुआत कर दी थी और अब जबकि मेले के शुरू होने में केवल 33 दिन का समय बचा है, सभी विभागों के अधिकारी दिन-रात जुटे हुए हैं। इस अवसर पर अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशानुसार महाकुंभ के सारे कार्य समय पर पूरे कर लिए जाएंगे और 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, बाकी कार्य अगले कुछ दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। 



कार्य प्रगति पर अंतिम चरण में प्रवेश 
गंगा की रेती पर तंबुओं का यह विशाल शहर, जिसे हर बार भव्यता का प्रतीक माना जाता है, अब अपनी पूर्णता की ओर बढ़ रहा है। लोक निर्माण विभाग की ओर से सड़क निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, जबकि बिजली और जल आपूर्ति की व्यवस्थाओं को भी प्राथमिकता दी जा रही है। त्रिवेणी मार्ग पर अखाड़ों के शिविरों के लिए पानी की स्टैंड पोस्ट लगाए जा चुके हैं और पानी के टैंकरों से आपूर्ति शुरू हो गई है। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और संतों को किसी भी प्रकार की सुविधा में कमी न हो। 

मुख्यमंत्री की निगरानी और अधिकारियों की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में मेले की तैयारियों का निरीक्षण किया और कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने 31 दिसंबर तक सभी महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने की समय-सीमा तय की है। इस दौरान वे भी विशेष रूप से सड़क निर्माण, जल आपूर्ति और अन्य बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था पर जोर दे रहे हैं। मेला प्राधिकरण के अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने भरोसा जताया है कि सभी कार्य समय पर पूरे होंगे, और श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

आशावाद और समर्पण का प्रदर्शन
हालांकि अभी कुछ काम अधूरे हैं लेकिन विभागों की कार्यक्षमता और अधिकारियों की प्रतिबद्धता इसे संभव बना रही है। चकर्ड प्लेट सड़कें और पीपा पुलों का निर्माण तेजी से प्रगति कर रहा है, 30 में से 2 पीपा पुल बन चुके हैं और शेष पुलों पर कार्य जारी है। अधिकारियों का कहना है कि इन पुलों के निर्माण से यातायात की व्यवस्था सुलभ और तेज हो जाएगी, जिससे श्रद्धालुओं को सुविधाओं का लाभ मिलेगा।

धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन की भव्यता 
महाकुंभ केवल एक मेला नहीं है बल्कि यह भारतीय संस्कृति, धर्म और परंपरा का जीवंत उत्सव है। लाखों श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने आते हैं, और उनकी सुविधाओं के लिए की जा रही तैयारियां उच्च प्राथमिकता पर हैं। इस बार महाकुंभ के आयोजन में संस्कृति,धर्म और श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा, जिसमें राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई है।

सकारात्मकता की ओर बढ़ता प्रयागराज
अखाड़े के साधु-संतों और स्थानीय प्रशासन की सामूहिक प्रयासों से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि यह महाकुंभ अपनी भव्यता और व्यवस्थाओं के लिए एक नया मानक स्थापित करे। अधिकारियों का कहना है कि सभी काम निर्धारित समय पर पूरे होंगे, और श्रद्धालुओं को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। इस महाकुंभ के आयोजन से प्रयागराज की छवि को एक नई पहचान मिलेगी, जो न केवल भारतीय श्रद्धालुओं के लिए, बल्कि विदेशों से आने वाले पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा। महाकुंभ की तैयारियां न केवल प्रयागराज बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय हैं। आने वाले दिनों में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यह आयोजन सफलता और भव्यता के नए आयाम तय करे, और हर श्रद्धालु को यहां आने का अनुभव अविस्मरणीय बने।  

ये भी पढ़े : UPPCL Privatisation : देशभर में 27 लाख कर्मी सड़कों पर उतरने को तैयार, 22 को लखनऊ और 25 दिसंबर को चंडीगढ़ में पंचायत 

Also Read