Pratapgarh News : अंबेडकर पर बयान के विरोध में सपा का पैदल मार्च, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

UPT | समाजवादी पार्टी कार्यालय मीराभवन पर प्रदर्शन करते पदाधिकारी

Dec 21, 2024 19:24

प्रतापगढ़ में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान एक पैदल मार्च निकाला। समाजवादी पार्टी कार्यालय मीराभवन से शुरू होकर यह मार्च अम्बेडकर चौराहा पहुंचा...

Pratapgarh News : प्रतापगढ़ में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान एक पैदल मार्च निकाला। समाजवादी पार्टी कार्यालय मीराभवन से शुरू होकर यह मार्च अम्बेडकर चौराहा पहुंचा, जहां पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने धरना दिया। इस दौरान महामहिम राष्ट्रपति को सम्बोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी सदर को सौंपा गया। यह ज्ञापन गृहमंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर के खिलाफ की गई विवादास्पद टिप्पणी के विरोध में था।

गृहमंत्री के बयान ने गहरा आघात पहुंचाया- अब्दुल कादिर
इस दौरान, पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिला महासचिव अब्दुल कादिर जिलानी ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के बयान ने देश और प्रदेश के दलित, पिछड़े और वंचित समाज की भावनाओं को गहरा आघात पहुंचाया है। उनका यह बयान न केवल संविधान के निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति अपमानजनक है, बल्कि इससे यह भी साफ होता है कि भाजपा की मानसिकता संविधान और दलितों के प्रति विरोधात्मक है।



प्रदर्शन में की ये मांग
इसके साथ ही समाजवादी पार्टी ने अपने उद्देश्यों में संविधान और लोकतंत्र को मजबूत करने की बात कही है, ताकि दलित और पिछड़े समाज के लोग अपने अधिकारों को महसूस कर सकें और खुशहाल जीवन जी सकें। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि गृहमंत्री की टिप्पणी डॉ. अंबेडकर के प्रति अपमानजनक थी और इस पर समाजवादी पार्टी ने सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की। पार्टी ने गृहमंत्री से मांग की कि वे इस टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे और उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया जाए।

प्रदर्शन में ये हुए शामिल
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान पार्टी के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें गुलफाम खान, भईयाराम पटेल, जिला उपाध्यक्ष आशुतोष पांडेय, वासिक खान, जावेद अख्तर, धीरज यादव, अनिल यादव, इरफान खान, रमाशंकर यादव, राजकुमार यादव, पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष मनीष पाल, महिला सभा जिलाध्यक्ष शांति सिंह, यूथ बिग्रेड जिलाध्यक्ष साजिद अली, रमेश पाठक, सयुस अध्यक्ष संजीव पटेल, लोहिया वाहिनी अध्यक्ष विनोद यादव, ज्योत्सना सिंह, प्राची सिंह, निसार अहमद, अरुण पाल, अनिल मौर्या, जमील अहमद मंसूरी, डॉ एजाज, विजय पाल, उत्तम सिंह यादव, विनोद यादव, राहुल प्रजापति, वकारअहमद, यूनुस मंसूरी, विशाल मौर्या, मो. असलम, मो.साहिल, बच्चा यादव, सुरेश यादव फौजी, गुड्डू अंसारी, जियाउल इसहाक, सफात अहमद और संदीप यादव प्रधान शामिल हुए।

इन्होंने भी जताई नाराजगी
इसके अलावा, शिव बहादुर यादव, अब्दुल हई, अहमद अली, हरिश शुक्ला, रामधन यादव, शेरबहादुर यादव, भैयाराम यादव, संदीप पासी, डॉ विरेन्द्र सिंह यादव, मो. सारिक, मो.लईक, इरशाद अहमद, राज यादव, सोनू यादव, विजय शुक्ला, राजकुमार गौतम, लालबहादुर, घनश्याम यादव, प्रियांशु द्विवेदी, नीरज पासी, जैद खान, आरके भीम, विकास यादव प्रधान, रजनीश राणा, बबलू गौतम, प्रदीप यादव, रोहित यादव, राजकुमार सरोज, रोहित पाल, अभिषेक पाल सहित सैकड़ों की संख्या में महिला नेत्री और अन्य सैकड़ों कार्यकर्ता भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए। इन नेताओं ने गृहमंत्री के खिलाफ अपनी तीव्र नाराजगी व्यक्त की और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

गृहमंत्री की टिप्पणी भारतीय संविधान के खिलाफ
समाजवादी पार्टी का यह प्रदर्शन डॉ. भीमराव अंबेडकर के सम्मान की रक्षा के लिए था और पार्टी ने गृहमंत्री की टिप्पणी को भारतीय संविधान के खिलाफ बताया। पार्टी ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियां समाज में नफरत और विभाजन को बढ़ावा देती हैं और भाजपा की दलित विरोधी मानसिकता को उजागर करती हैं। पार्टी ने यह भी कहा कि डॉ. अंबेडकर ने भारतीय समाज को समानता और न्याय का संदेश दिया था और उनकी विरासत का सम्मान करना हर नागरिक का कर्तव्य है।

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