महाकुंभ में माउंटेड पुलिस की रहेगी तैनाती : भीड़ नियंत्रित करने के लिए 130 घोड़ों की होगी ड्यूटी, खास तरह किया प्रशिक्षित

UPT | Mahakumbh 2025

Dec 10, 2024 16:46

योगी सरकार ने महाकुम्भ के दौरान क्राउड कंट्रोल के लिए खास प्रशिक्षित माउंटेड पुलिस को तैनात किया है। यह माउंटेड पुलिस जल और थल दोनों स्थानों पर श्रद्धालुओं की सहायता करेगी...

Prayagraj News : योगी सरकार ने महाकुम्भ के दौरान क्राउड कंट्रोल के लिए खास प्रशिक्षित माउंटेड पुलिस को तैनात किया है। यह माउंटेड पुलिस जल और थल दोनों स्थानों पर श्रद्धालुओं की सहायता करेगी, खासकर उन जगहों पर जहां पैदल पुलिस जवान नहीं पहुंच पाते। महाकुम्भ में माउंटेड पुलिस की सहायता से श्रद्धालुओं की यात्रा को और भी सुगम बनाने के लिए 130 घोड़ों और 166 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसमें भारतीय घोड़ों के अलावा अमेरिकन और इंग्लिश ब्रीड के घोड़े भी शामिल हैं। माउंटेड पुलिस के घोड़ों की डाइट और चिकित्सा सुविधाओं का भी खास ध्यान रखा जा रहा है, ताकि वे पूरी क्षमता से अपनी ड्यूटी निभा सकें।

करोड़ों श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा में अहम भूमिका
प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुम्भ 2025 के दौरान माउंटेड पुलिस की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण होगी। माउंटेड पुलिस का उपयोग विशेष रूप से भीड़ नियंत्रण और कठिन क्षेत्रों में गश्त के लिए किया जाएगा, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा। इन घुड़सवार पुलिसकर्मियों के पास शानदार घोड़ों और मजबूत प्रशिक्षण का लाभ होगा, जो कुम्भ मेला पुलिस बल के प्रयासों को कुशल और प्रभावशाली बनाएगा। उनकी उपस्थिति न केवल भीड़ में अनुशासन बनाए रखने में मदद करेगी, बल्कि श्रद्धालुओं को सुरक्षा का भरोसा भी दिलाएगी, जिससे पूरे महाकुम्भ आयोजन को सुचारू और व्यवस्थित तरीके से चलाया जा सकेगा।



घोड़ों को खास तरह से किया प्रशिक्षित
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि घोड़ों को विशेष तरीके से ट्रेंड किया गया है। घोड़ों को मुरादाबाद और सीतापुर ट्रेंनिंग सेंटर में प्रशिक्षित किया गया है। महाकुम्भ को देखते हुए माउंटेड पुलिस को खास ट्रेनिंग कराई गई है, जिससे ये श्रद्धालुओं को किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचा सकें, बल्कि भीड़ को नियंत्रित करते हुए उनके लिए सुगम राह बनाएं। माउंटेड पुलिस थल के साथ ही पानी मे भी जाकर क्राउड मैनेजमेंट करने में दक्ष है।

सुबह और शाम हो रही गस्त
घुड़सवार पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक प्रेम बाबू ने बताया कि महाकुम्भ मेले के लिए सेना से अमेरिकन बाम ब्लड, इंग्लैंड का थ्रो नस्ल का घोड़ा खरीदा गया है। इसके अलावा भारतीय नस्ल के घोड़े भी है। इनमें से कुछ घोड़े सेना से भी खरीदे गए है। प्रतिसार निरीक्षक ने बताया कि रोजाना घोड़ों को महाकुम्भ मेला क्षेत्र की भौगोलिक स्थितियों से परिचय कराने के लिए घुड़सवार पुलिस सुबह और शाम मेला क्षेत्र में गस्त पर निकलती है। घोड़ों के लिए तीन पशु चिकित्सक भी नियुक्त किये गए है। उन्होंने बताया कि फोर्स में 4 से 5 साल की उम्र के घोड़े आते हैं जो 20 साल की उम्र में रिटायर हो जाते है। 

महाकुम्भ मेले में तैनात घोड़े और घुड़सवार पुलिस बल के बारे में पूरी जानकारी इस प्रकार है :

1. घोड़े की संख्या :
  • महाकुम्भ मेले में कुल 130 घोड़े तैनात किए जाएंगे।
2. घुड़सवार पुलिस बल की संख्या :
  • महाकुम्भ मेले में 131 घुड़सवार पुलिसकर्मी तैनात होंगे, जिसमें इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल शामिल हैं।
3. घोड़ों की सेवा में लगे अन्य स्टाफ :
  • घोड़ों की देखभाल के लिए 35 अन्य स्टाफ नियुक्त किए गए हैं।
4. प्रमुख घोड़ों के नाम :
  • दारा, राका, शाहीन, जैकी, गौरी, अहिल्या, रणकुम्भ।
5. घोड़ों का प्रतिदिन का डाइट चार्ट :
  • 1 किलो चना
  • 100 ग्राम गुड़
  • 100 ग्राम अलसी का तेल
  • 2 किलो जौ
  • 1 किलो चोकर
  • 25 किलो हरी घास
  • 30 ग्राम नमक
6. घोड़ों की सेहत और देखभाल :
  • पशु चिकित्सक : घोड़ों की देखभाल के लिए तीन पशु चिकित्सक नियुक्त किए गए हैं।
  • मालिश : घोड़ों को तीन टाइम मालिश दी जाती है।
  • बालों की कटिंग : घोड़ों के बालों की कटिंग महीने में एक बार की जाती है।
  • पोरों के नाल बदलना : घोड़ों के पोरों के नाल महीने में एक बार बदले जाते हैं।

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