संभल हिंसा के बाद बोले स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद : धार्मिक स्थल विवाद सुलझाने का दिया सुझाव, कहा- दोनों वर्ग के विद्वानों की बनाई जाए कमेटी

UPT | स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

Dec 03, 2024 16:49

धार्मिक स्थल विवादों का समाधान शांतिपूर्ण और प्रमाण आधारित तरीके से करने की अपील करते हुए शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि ऐसे मुद्दों को राजनीतिक रंग देना समाज के लिए घातक है।

Saharanpur News : धार्मिक स्थल विवादों का समाधान शांतिपूर्ण और प्रमाण आधारित तरीके से करने की अपील करते हुए शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि ऐसे मुद्दों को राजनीतिक रंग देना समाज के लिए घातक है। उन्होंने सुझाव दिया कि हिंदू और मुस्लिम समाज के विद्वानों की एक संयुक्त कमेटी बनाई जाए, जो प्रमाणों के आधार पर बैठकर विवादों का समाधान करे।

संयुक्त कमेटी का सुझाव
सोमवार देर शाम उत्तराखंड के जोशीमठ स्थित ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद मां शाकंभरी देवी मंदिर परिसर में पहुंचे। यहां उन्होंने धार्मिक स्थल विवादों पर बातचीत करते हुए कहा कि यदि किसी के धार्मिक स्थल पर बलपूर्वक कब्जा किया गया है तो इसका समाधान प्रमाणों के आधार पर ही होना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि यह विवाद राजनीतिक कारणों से उभरते हैं, तो इससे समाज में केवल विद्वेष और तनाव ही बढ़ेगा।



राजनीतिकरण पर आपत्ति
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने संभल की हालिया घटना का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों वर्गों के लोगों को मिलकर समाधान निकालना चाहिए। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यदि दूसरा वर्ग समाधान के लिए तैयार नहीं है, तो न्यायालय ही एकमात्र उपाय है। उन्होंने मुसलमानों से आग्रह किया कि वे पत्थरबाजी या बल प्रदर्शन के बजाय अपने प्रमाण न्यायालय में प्रस्तुत करें। उनका कहना था कि पत्थर फेंकने या मारपीट करने से समस्या का समाधान नहीं होगा, बल्कि इसे और बढ़ावा मिलेगा।

न्यायालय का सहारा लेने की अपील
उन्होंने समाज में आपसी प्रेम और सद्भाव बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एक साथ भोजन करने से प्रेम नहीं बढ़ता, बल्कि एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ देने से आपसी विश्वास और एकता मजबूत होती है। स्वामी जी ने यह भी कहा कि यदि दोनों समाजों के विद्वानों की कमेटी बनाई जाए और समाधान को आपस में स्वीकार किया जाए, तो यह विवादों के समाधान का सबसे अच्छा तरीका होगा।

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