इस पत्थर की बात करें तो इसे बिजोलिया मंडाना सैंड स्टोन के नाम से जाना जाता है। दरअसल, बिजोलिया राजस्थान के भीलवाड़ा जिले का एक नगर है। इस स्टोन की खासियत है कि इस पर हजारों वर्ष तक बाहरी वातावरण का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
राम मंदिर : परिक्रमा पथ पर लग रहा ये खास पत्थर, तापमान का नहीं होगा कोई असर, जानें खासियत
Feb 01, 2024 15:54
Feb 01, 2024 15:54
- श्रद्धालु बिना किसी तरह के दिक्कत के आसानी से परिक्रमा कर सकते हैं।
- बिजोलिया सैंड स्टोन की विदेशों में बहुत मांग है और इसका बड़ी मात्रा में निर्यात भी हो रहा है।
पत्थर की खासियत
परिक्रमा पथ पर राम भक्त राम मंदिर की परिक्रमा कर सकते हैं। इसलिए इसे ऐसा बनाया जा रहा है जिससे इन पत्थरों पर तापमान का कोई खास असर नहीं पड़ सके। इस निर्माण में जिस पत्थर का प्रयोग हो रहा है, उस पर तापमान का प्रभाव नहीं पड़ेगा। यानी यह पत्थर गर्मी में अधिक गर्म नहीं होगा और सर्दी में अधिक ठंडा नहीं होगा। साथ ही साथ इसमें अन्य पत्थरों की तुलना में पानी सोखने की भी अधिक क्षमता होगी। जिससे किसी भी प्रकार के मौसम में श्रद्धालु बिना किसी तरह के दिक्कत के आसानी से परिक्रमा कर सकते हैं।
इस पत्थर की बात करें तो इसे बिजोलिया मंडाना सैंड स्टोन के नाम से जाना जाता है। दरअसल, बिजोलिया राजस्थान के भीलवाड़ा जिले का एक नगर है। इस स्टोन की खासियत है कि इस पर हजारों वर्ष तक बाहरी वातावरण का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस पत्थर की आपूर्ति करने वाली कंपनी के एक अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि बिजोलिया सैंड स्टोन की विदेशों में बहुत मांग है और इसका बड़ी मात्रा में निर्यात भी हो रहा है।
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