बलिया वसूली कांड में बड़ी कार्रवाई : 11 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर, पांच का तबादला

11 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर, पांच का तबादला
UPT | बलिया नरही थाना

Nov 30, 2024 12:40

बलिया में वसूली कांड को लेकर एक बड़ी कार्रवाई की गई है। नरही थाने के 11 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है...

Nov 30, 2024 12:40

​​​​​​Ballia News : बलिया में वसूली कांड को लेकर एक बड़ी कार्रवाई की गई है। नरही थाने के 11 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इसके अलावा, 5 पुलिसकर्मियों का तबादला भी किया गया है। वसूली के मामले में एक पुलिसकर्मी को जेल भेज दिया गया है। यह कदम इस घोटाले में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता के बाद उठाया गया है, जिससे स्थानीय प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है।

अवैध वसूली से जुड़ा है मामला
दरअसल, जनपद के नरहीं थाना क्षेत्र में बिहार सीमा पर पुलिसकर्मियों द्वारा वाहनों से अवैध वसूली के चल रहे गोरखधंधे का वाराणसी परिक्षेत्र के अपर पुलिस महानिदेशक पीयूष मोर्डिया की अगुवाई में वरिष्ठ अधिकारियों ने भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने इस मामले में दो पुलिसकर्मियों और 16 दलालों को गिरफ्तार किया था। नरहीं थानाध्यक्ष पन्ने लाल तथा कोरंटाडीह चौकी के प्रभारी राजेश कुमार प्रभाकर समेत चौकी पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था।



23 पर हो चुकी है एफआईआर
नरहीं थाने में पुलिस उप महानिरीक्षक कार्यालय के निरीक्षक सुशील कुमार की तहरीर पर नरहीं के थानाध्यक्ष रहे पन्ने लाल, कोरंटाडीह पुलिस चौकी प्रभारी राजेश कुमार प्रभाकर, मुख्य आरक्षी विष्णु यादव और आरक्षी बलराम सिंह, दीपक मिश्रा, हरि दयाल और सतीश गुप्ता सहित कुल 23 लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 111, 309 (4), 310(2), 61 (2), 318  बीएनएस व 7/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।

सीएम योगी ने लिया था संज्ञान
गौरतलब है कि इससे पहले, योगी सरकार ने बलिया में अवैध वसूली के मामले में कड़ी कार्रवाई कर चुकी है। राज्य सरकार ने इस मामले में एसपी और एएसपी का तबादला कर दिया, जबकि सीओ को सस्पेंड किया था। इसके साथ ही, थानाध्यक्ष, एसएचओ और चौकी इंचार्ज की संपत्ति की विजिलेंस जांच का आदेश भी दिया गया था। बलिया के अवैध वसूली कांड में 18 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है।

ये है पूरा मामला
बलिया जिले के थाना नरही अंतर्गत भरौली तिराहा पर एडीजी वाराणसी और डीआईजी आजमगढ़ की टीमों ने छापामारी की, जिसमें अवैध वसूली के संगठित गिरोह का खुलासा हुआ। इस मामले में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता सामने आने पर तुरंत कार्रवाई करते हुए नरही थानाध्यक्ष, कोरंटाडीह चौकी प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। छापेमारी में तीन पुलिसकर्मी फरार हो गए, जबकि 16 दलालों समेत दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया। निलंबित पुलिसकर्मियों के घरों को सील कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

कितनी होती थी वसूली
बलिया में अवैध वसूली की प्रक्रिया काफी संगठित थी, जिसमें बक्सर (बिहार) से आने वाले ट्रकों से हर दिन 500 रुपये वसूले जाते थे। यह अवैध वसूली करीब 5 लाख रुपये प्रतिदिन तक पहुंच जाती थी। दलाल गाड़ियों की संख्या के हिसाब से पैसे थानाध्यक्ष को देते थे, जिसका पूरा हिसाब उनकी नोटबुक में दर्ज था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत यह कार्रवाई मिशन मोड में चल रही है।

पांच पुलिसकर्मियों का तबादला
इसी क्रम में एक बार फिर नरही थाने के 11 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। साथ ही 5 पुलिसकर्मियों का भी तबादला किया गया है। वसूली के मामले में एक पुलिसकर्मी को जेल भेज दिया गया है। यह कदम इस घोटाले में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता के बाद उठाया गया है।

ऐसे करते थे वसूली
वसूली के तरीके की बात करें तो, दलाल बक्सर से बलिया आने वाले ट्रकों के बारे में पहले से ही योजना बना लेते थे। यह तय किया जाता था कि किस समय कितने ट्रक थाना नरही क्षेत्र से गुजरेंगे और इन ट्रकों में हर ट्रक से 500 रुपये की अवैध वसूली की जाती थी। एक रात में ही अनुमानित 1000 ट्रक बलिया में प्रवेश करते थे और इस तरह रात भर में 5 लाख रुपये का अवैध कारोबार चल रहा था, जो स्थानीय पुलिस और दलालों के बीच बांटा जाता था।


ये भी पढ़ें- राज कुंद्रा पर ईडी की कार्रवाई : मुंबई और यूपी में 15 ठिकानों पर की छापेमारी, मनी लॉन्ड्रिंग और पोर्नोग्राफी नेटवर्क से जुड़ा मामला

Also Read

थाने में कई घंटे तक चली पंचायत, प्रेमी के साथ रहने का फैसला किया

9 Dec 2024 06:16 PM

बलिया शादी के 25 साल बाद पति के दोस्त से हुआ प्यार : थाने में कई घंटे तक चली पंचायत, प्रेमी के साथ रहने का फैसला किया

बलिया जनपद के बासंडीह कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में महिला का दिल अपने पति के दोस्त पर आ गया, जिससे विवाद बढ़ गया। मामला थाने तक पहुंचा, जहां पंचायत के बाद महिला ने अपने पति को छोड़ दोस्त के साथ रहने की जिद की और पति भी इसे स्वीकार करने को राजी हो गया। और पढ़ें