संभल में हुई हिंसा के बाद, पड़ोसी जिला बदायूं की पुलिस ने सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। जुमे की नमाज से एक दिन पहले गुरुवार को पुलिस ने मिश्रित आबादी वाले इलाकों में गश्त की और यहां के हालात का जायजा लिया...
बदायूं में पुलिस अलर्ट : संभल हिंसा के बाद पहला जुमा, ड्रोन और PAC के साथ संवेदनशील इलाकों में गश्त
Nov 29, 2024 13:09
Nov 29, 2024 13:09
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शरारती तत्वों पर कड़ी कार्रवाई
इसके अलावा, शरारती तत्वों पर नजर रखने के लिए अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा ककराला पर भी पुलिस की विशेष नजर है। यह इलाका संवेदनशील माना जाता है, क्योंकि यहां पहले पुलिस पार्टी पर जानलेवा हमला और पथराव जैसी घटनाएं हो चुकी हैं। ऐसे में, यहां के शरारती तत्वों पर पुलिस अधिकारियों का खास ध्यान है, ताकि वे किसी भी हालत में गड़बड़ी न कर सकें और इलाके में शांति बनी रहे।
मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में चौकसी बढ़ी
सिविल लाइंस थाना पुलिस ने आरिफपुर नवादा, खेड़ा बुजुर्ग और शेखूपुर गांवों में सुरक्षा बढ़ा दी है। इसके अलावा, सदर कोतवाली पुलिस ने शहर के मोहल्ला सोथा, कबूलपुरा, नई सराय, शहबाजपुर, गद्दी चौक, जामा मस्जिद चौराहा जैसे संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन के माध्यम से निगरानी की और चेकिंग की। बिनावर और दातागंज कोतवाली पुलिस भी अपनी चेकिंग के दौरान संकरी गलियों तक पहुंची और वहां के खुराफाती तत्वों को चेतावनी दी।
छतों से आपत्तिजनक सामान हटाया
पुलिस ने संवेदनशील क्षेत्रों में छतों पर रखे आपत्तिजनक सामान को हटवाया। घरों की छतों पर रखे ईंट, पत्थर और लकड़ी के सामान को हटाने के लिए पुलिस ने कार्रवाई की। ड्रोन के माध्यम से जिन छतों पर आपत्तिजनक सामान देखा गया, उन घरों के दरवाजे खटखटाकर सामान हटवाया गया। साथ ही, घर के मालिकों और परिवार के सदस्यों के नाम व पते भी लिए गए। उन्हें दोबारा ऐसा सामान एकत्र न करने की सख्त हिदायत भी दी गई।
संवेदनशील इलाकों में पुलिस की सख्ती
जिलेभर के थानों में पीस कमेटी की बैठकें आयोजित की गईं, जिसमें हिंदू और मुस्लिम समुदायों के संभ्रांत व्यक्तियों को बुलाया गया। इन बैठकों में लोगों से सौहार्द्रपूर्ण माहौल बनाए रखने की अपील की गई। साथ ही यह चेतावनी भी दी गई कि अगर कोई गड़बड़ी या अव्यवस्था होती है, तो इसके लिए जिम्मेदार खुराफाती तत्व होंगे। अधिकारियों ने दोनों समुदायों के बीच भाईचारे और शांति को बनाए रखने का आह्वान किया।
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