बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) इज्जतनगर में जल्द ही देश का पहला पशु रक्तकोष (ब्लड बैंक) स्थापित किया जाएगा। दुर्घटनाओं में घायल पशुओं की जान बचाने और संक्रमण...
बरेली में पशुओं के लिए बनेगा पहला ब्लड बैंक : IVRI में एडवांस लैब के साथ होगा रक्तकोष का निर्माण, संक्रमण के खतरे से मिलेगी निजात
Nov 30, 2024 15:37
Nov 30, 2024 15:37
संक्रमण के खतरे से मिलेगी निजात
रेफरल वेटरनरी पॉलीक्लीनिक के इंचार्ज डॉ. पालअमर ने बताया कि प्रत्येक पशु का ब्लड ग्रुप अलग होता है। वर्तमान में IVRI में कोई ब्लड बैंक नहीं है। जिससे जान जोखिम में होने पर पहली बार बिना जांच के रक्त चढ़ाना पड़ता है। हालांकि, अगर दूसरी बार बिना जांच के रक्त दिया जाए तो 70% तक संक्रमण का खतरा रहता है। प्रस्तावित ब्लड बैंक के जरिए रक्त की सुरक्षित जांच और भंडारण किया जाएगा। जिससे पशुओं की जान बचाने में मदद मिलेगी।
रक्तदान के लिए शुल्क और यूनिट का निर्धारण
डॉ. अमरपाल ने बताया कि छोटे पशुओं जैसे भेड़, बकरी, कुत्ता और बिल्ली के लिए एक यूनिट रक्त की मात्रा 150-200 एमएल होती है। जबकि बड़े पशुओं जैसे गाय, भैंस और घोड़े के लिए यह 450-500 एमएल तक हो सकती है। यदि कोई पशुपालक रक्तदान के लिए पशु लाता है तो उसे मात्र 200 रुपये खर्च करने पड़ते हैं।
हर माह सामने आते हैं चार-पांच मामले
पॉलीक्लीनिक में हर महीने ऐसे चार-पांच मामले आते हैं। जिनमें रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है। गोवंशीय पशुओं को गोवंश का महिषवंशीय पशुओं को महिषवंश का और अश्व प्रजाति के पशुओं को अश्व का रक्त चढ़ाया जाता है। पहली बार रक्त बिना जांच के दिया जा सकता है, लेकिन दोबारा रक्त चढ़ाने के लिए जांच अनिवार्य है।
ब्लड बैंक से संक्रमण पर लगेगी रोक
नए ब्लड बैंक में रक्त की जांच की आधुनिक सुविधा होगी। जिससे संक्रमण के खतरे को न्यूनतम किया जा सकेगा। यह पहल पशुओं की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे पशुपालकों को भी बड़ी राहत मिलेगी। IVRI के इस प्रयास से बरेली पशु चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई मिसाल पेश करेगा।
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