बरेली देहात के मीरगंज थाना क्षेत्र के सैजना गांव में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और एंटी टेरर स्क्वाड (एटीएस) की संयुक्त टीम ने छापा मारा। यह कार्रवाई संदिग्ध गतिविधियों के शक में की गई थी। इस दौरान दो व्यक्तियों को हिरासत में लेकर घंटों पूछताछ की गई। हालांकि,उनको बाद में छोड़ दिया गया।
बरेली के मीरगंज में एनआईए और एटीएस का छापा : दो संदिग्ध हिरासत में, घंटों पूछताछ के बाद छोड़ा
Dec 13, 2024 09:40
Dec 13, 2024 09:40
दोनों युवकों से घंटों की पूछताछ, मोबाइल भी खंगाले
हिरासत में लिए गए दोनों व्यक्तियों से करीब 6 घंटे तक पूछताछ की गई। जांच एजेंसियों ने उनके मोबाइल फोन, दस्तावेज़ और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की भी जांच की। शुरुआती जांच में कोई ठोस सबूत न मिलने के बाद दोनों को रिहा कर दिया गया। इस दौरान स्थानीय पुलिस को भनक नहीं लगी। मगर, सुरक्षा के लिहाज से बरेली पुलिस लाइन से पुलिस बल भेजने की बात सामने आई है।
संदिग्धों की काफी समय से निगरानी
एनआईए और एटीएस को संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी, लेकिन जांच में अभी तक ऐसा कुछ नहीं मिला है। इन दोनों पर काफी समय से नजर रखी जा रही थी। जिससे कोई ठोस कार्रवाई की जा सके। हालांकि, मामला पूरी तरह से बंद नहीं किया गया है। संबंधित व्यक्तियों पर नजर रखी जा रही है। मगर, छापेमारी के दौरान स्थानीय लोगों में डर का माहौल बन गया। हालांकि, अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन के सहयोग से स्थिति को नियंत्रित रखा।
मीरगंज में पहली बार एनआईए और एटीएस की रेड
बरेली देहात के मीरगंज जैसे छोटे इलाके में एनआईए और एटीएस जैसी प्रमुख जांच एजेंसियों की कार्रवाई ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, अधिकारियों ने इस मामले को सुरक्षा से जुड़ा बताते हुए ज्यादा जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया। एनआईए और एटीएस इस मामले की जांच जारी रखेंगी और अन्य स्रोतों से जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही हैं। यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि अगर कोई संदिग्ध गतिविधि हो, तो उसे समय रहते रोका जा सके।
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