बरेली देहात के नवाबगंज थाना क्षेत्र में एक रिटायर्ड शिक्षक बैंक से रुपये निकालने गए थे। मगर चोराें ने उनका थैला काटकर एक लाख रुपये चुरा लिए। इस घटना के बाद रिटायर्ड शिक्षक परेशान हो गए।
रिटायर्ड शिक्षक और डॉक्टर बने लूटपाट के शिकार : चोरों ने बैंक और कार में की वारदात, सीसीटीवी फुटेज में दिखे संदिग्ध
Oct 04, 2024 18:00
Oct 04, 2024 18:00
बेटी की गोद भराई के लिए निकाले थे पैसे
नवाबगंज थाना क्षेत्र के आदर्श नगर निवासी रिटायर्ड शिक्षक मुक्ता प्रसाद ने अपनी बेटी की गोद भराई की तैयारियों के लिए बैंक से तीन लाख रुपये निकाले थे। यह विशेष आयोजन होने वाला था, जिसमें पीलीभीत से मेहमानों के आने की उम्मीद थी। मुक्ता प्रसाद ने बैंक से तीन लाख रुपये चेक द्वारा निकाले और उन्हें अपने कपड़े के थैले में रख लिया। जब वह बैंक के गेट पर पासबुक एंट्री कराने के लिए रुके, तभी उचक्कों ने उनके थैले को काटकर एक लाख रुपये की नकदी चुरा ली। इस चोरी का उन्हें तुरंत पता नहीं चला, लेकिन जब उन्हें थैले की स्थिति का एहसास हुआ, तो वे सकते में आ गए।
सीसीटीवी फुटेज में नजर आए संदिग्ध
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। फुटेज में दो संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की गई है, जिन पर चोरी का शक है। पुलिस ने घटना की एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस द्वारा जारी जांच के बावजूद, इस मामले में कोई ठोस सफलता नहीं मिली है, जिससे पीड़ित शिक्षक और उनके परिवार में निराशा का माहौल है।
डॉक्टर का मोबाइल लूटा, सात दिन बाद दर्ज हुई एफआईआर
दूसरी घटना बरेली शहर के बारादरी थाना क्षेत्र में हुई, जहां गार्डन सिटी कॉलोनी निवासी सरकारी डॉक्टर संजीव कुमार को लूट का सामना करना पड़ा। डॉ. संजीव जब अपनी कार में बैठे थे, तभी दो अज्ञात युवकों ने उनकी कार के दरवाजे पर जोर-जोर से मारना शुरू कर दिया। जैसे ही डॉ. संजीव ने बातचीत के लिए गाड़ी का शीशा नीचे किया, एक युवक ने उनका मोबाइल फोन छीन लिया और दोनों बाइक पर फरार हो गए।
इस घटना के बाद डॉ. संजीव ने तुरंत सेटेलाइट चौकी पुलिस को सूचित किया, लेकिन उनकी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने अगले दिन भी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने सात दिन बाद एफआईआर दर्ज की। पुलिस की इस लापरवाही से डॉक्टर संजीव बेहद नाराज थे, और जब उन्होंने उच्च अधिकारियों से शिकायत करने की धमकी दी, तब जाकर रिपोर्ट दर्ज की गई।
बदायूं में कार्यरत हैं डॉक्टर
डॉ. संजीव कुमार वर्तमान में बदायूं के समरेर ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में मेडिकल ऑफिसर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि 25 सितंबर की शाम करीब 6:45 बजे, जब वह अपनी कार से सेटेलाइट पुल के पास पहुंचे, तभी अचानक उनके फोन पर कॉल आई और उन्होंने गाड़ी रोकी। इसी दौरान लूट की घटना हुई।
पुलिस जांच पर सवाल
इन दोनों घटनाओं ने बरेली क्षेत्र में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रिटायर्ड शिक्षक और डॉक्टर, दोनों ही पीड़ित हैं और उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है। हालांकि, पुलिस की लापरवाही और धीमी जांच प्रक्रिया ने लोगों के मन में असंतोष पैदा कर दिया है। पुलिस ने दावा किया है कि वे जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेंगे, लेकिन क्षेत्रीय लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है।
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