बस्ती में बुजुर्ग ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप : कहा-झूठे मामले में फंसाकर की मारपीट, रुपये भी मांगे, एसओ बोले- सारे आरोप गलत

कहा-झूठे मामले में फंसाकर की मारपीट, रुपये भी मांगे, एसओ बोले- सारे आरोप गलत
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Oct 06, 2024 19:58

बस्ती के गौर थाना क्षेत्र के चंद्रशेखर आजाद नगर के एक बुजुर्ग ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा है। बुजुर्ग कैलाशनाथ का कहना है कि उन्हें और उनके नाती को एक झूठे चोरी के मामले में पुलिस ने थाने ले जाकर बुरी तरह पीटा।

Oct 06, 2024 19:58

Short Highlights
  • बिना वारंट के थाने ले जाने का आरोप
  • बुजुर्ग का आरोप रिश्वत लेकर छोड़ा
  • गौर थानाध्यक्ष ने कहा- सारे आरोप गलत
Basti News : बस्ती के गौर थाना क्षेत्र के चंद्रशेखर आजाद नगर के एक बुजुर्ग ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा है। बुजुर्ग कैलाशनाथ का कहना है कि उन्हें और उनके नाती को एक झूठे चोरी के मामले में पुलिस ने थाने ले जाकर बुरी तरह पीटा। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें छोड़ने के बदले चार लाख रुपये की मांग की और धमकाकर एक लाख रुपये वसूल भी कर लिए। यह मामला पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाता है और बुजुर्ग ने न्याय की गुहार लगाई है।

बिना वारंट थाने ले जाने का आरोप
कैलाशनाथ ने बताया कि उनके घर के सामने 31 अगस्त को चोरी हुई थी, लेकिन पुलिस चोर की पहचान नहीं कर सकी। इसके बाद 3 सितंबर को पुलिस ने उन्हें और उनके नाती को बिना वारंट के थाने ले गई। कैलाशनाथ ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने बिना वारंट के उन्हें और उनके नाती को घर से उठा लिया। यह कार्रवाई 31 अगस्त को उनके घर के सामने हुई चोरी के मामले में की गई है।


मारपीट और चार लाख की मांग
कैलाशनाथ ने आरोप लगाया है कि गौर थानाध्यक्ष और बभनान चौकी के सिपाहियों ने उन्हें और उनके नाती को बिना वारंट के थाने ले जाकर दो दिन तक बंद रखा और बुरी तरह मारापीटा। इसके बाद उनसे चार लाख रुपये की मांग की गई। जब उन्होंने पैसे देने से इनकार किया, तो उन्हें चोरी के फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गई। कैलाशनाथ ने यह आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें और उनके नाती को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी है। 

बुजुर्ग का आरोप रिश्वत लेकर छोड़ा
कैलाशनाथ से एक लाख रुपये की रिश्वत लेकर उन्हें छोड़ा गया, लेकिन उनके नाबालिग नाती का चालान कर दिया गया। तीन दिन बाद उनका नाती जमानत पर रिहा हुआ। कैलाशनाथ ने आशंका जताई है कि यदि उन्होंने इस मामले की शिकायत की, तो पुलिस उनके और उनके परिवार के खिलाफ किसी फर्जी मामले में कार्रवाई कर सकती है। गौर थानाध्यक्ष ने कहा, आरोप गलत हैं। जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।

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